रवि तेजा की पहली अखिल भारतीय फिल्म 'टाइगर नागेश्वर राव' में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता अनुपम खेर एक महत्वपूर्ण किरदार निभा रहे हैं. एक इंटरव्यू में र्निर्देशक वामसी ने अनुपम खेर की भूमिका के बारे में जानकारी दी थी. उन्होंने आगे यह भी कहा था कि अनुपम की उपस्थिति से फिल्म के स्टेटस में सुधार होगा और हिंदी बाजार में भी इससे मदद मिलेगी. इस फिल्म को डायरेक्ट वामसी ने किया है. वामसी ने बताया, यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कैरेक्टर है और यह पूरी फिल्म में है. अनुपम टाइगर के जीवन में महत्वपूर्ण किरदार की भूमिका निभाएंगे. वह दिल्ली के एक आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) अधिकारी की भूमिका निभा रहे हैं," निर्देशक वामसी ने इस बात का खुलासा किया.
'टाइगर नागेश्वर राव' चोर पर एक बायोपिक है और ये 70 के दशक में स्टुअर्टपुरम नामक एक गांव में स्थापित है.वामसी, जिन्होंने किट्टू उन्नाडु जागराथा, डोंगटा और श्रीमती सुब्बालक्ष्मी जैसी परियोजनाओं का निर्देशन किया है उनका कहना है कि वह टाइगर नागेश्वर राव को अखिल भारतीय परियोजना के रूप में नहीं देख रहे हैं और केवल कंटेट पर उनका फोकस है".
बजट को लेकर वामसी का बयान
केजीएफ और पुष्पा जैसी फिल्मों को शुरू में अखिल भारतीय फिल्मों के रूप में घोषित नहीं किया गया था. यहां, टाइगर नागेश्वर राव के साथ, हमने इसे एक अखिल भारतीय फिल्म के रूप में घोषित किया था, लेकिन मैं इसके बारे में नहीं सोच रहा हूं. मैं केवल इसके प्रोसेस में विश्वास करता हूं और इसलिए वहां कोई दबाव नहीं. मैं केवल अपने बेसिक्स पर ध्यान केंद्रित करने और शूट करने की कोशिश कर रहा हूं. क्योंकि जब मैंने स्क्रिप्ट लिखी और इसे निर्माताओं को दिया, तो उन्होंने फैसला किया कि हमें पैन-इंडिया जाना चाहिए. हम स्क्रिप्ट या कुछ भी नहीं बदल रहे हैं क्योंकि यह अब एक अखिल भारतीय फिल्म है," वहीं वामसी ने फिल्मों के बजट को लेकर भी बयान दिया उन्होंने कहा, 'फिल्में कभी फ्लॉप नहीं होती, यह बजट है जो फिल्म को फ्लॉप करता है. अधिक बजट हमेशा प्रोजेक्ट में विफलता है.