बॉलीवुड अभिनेता और FTII चेयरमैन अनुपम खेर ने राष्ट्रगान को लेकर बयान दिया है। उन्होंने सवाल किया है कि अगर लोग रेस्टोरेंट में इंतजार कर सकते हैं, सिनेमाघरों की लंबी लाइन में खड़े हो सकते हैं तो फिर हॉल के अंदर महज 52 सेकंड तक राष्ट्रगान के लिए क्यों नहीं खड़े हो सकते हैं?
अनुपम खेर पुणे में दिवंगत बीजेपी नेता प्रमोद महाजन मेमोरियल अवॉर्ड लेने पहुंचे थे। उनके अलावा तीन तलाक मामले में मूल याचिकाकर्ता शायरा बानो को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
62 साल के अभिनेता ने भाषण के दौरान कहा, 'कुछ लोगों का कहना है कि राष्ट्रगान के समय खड़े होना अनिवार्य नहीं होना चाहिए। लेकिन अगर मैं अपनी बात करूं तो ऐसा करना उस व्यक्ति की परवरिश को दिखाता है।'
ये भी पढ़ें: ढिंचैक पूजा-प्रियांक नहीं कर सके कमाल, शो की TRP से टेंशन में सलमान?
खेर ने आगे कहा, 'जैसे हम अपने माता-पिता या शिक्षक के सम्मान के लिए खड़े होते हैं। ठीक वैसे ही राष्ट्रगान के लिए खड़े होना देश के प्रति सम्मान को दिखाता है।'
बता दें कि हाल ही में सोनू निगम ने भी राष्ट्रगान को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सिनेमाघरों और रेस्टोरेंट्स में राष्ट्रगान नहीं बजाना चाहिए, क्योंकि यह एक संवेदनशील चीज है।
उन्होंने यह भी कहा था कि हर देश के राष्ट्रगान का सम्मान करना चाहिए। अगर पाकिस्तान का भी राष्ट्रगान बजता है तो वह सम्मान के तौर पर खड़े हो जाएंगे।
गौरतलब है कि हाल ही में उच्च न्यायालय ने केंद्र को सिनेमाघरों समेत सार्वजनिक स्थलों पर राष्ट्रगान बजाने के मुद्दे पर फैसला करने का निर्देश दिया था।
ये भी पढ़ें: World Stroke Day: मृत्यु का दूसरा सबसे कारण है ब्रेन स्ट्रोक
Source : News Nation Bureau