बॉलीवुड के बेबाक डायरेक्टर अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) इन दिनों अपनी फिल्मों से ज्यादा ट्विटर पर अपने ट्वीट्स की वजह से सुर्इियों में हैं. अनुराग का एक ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें अनुराग कह रहे हैं कि इंजीनियरों से गाय पकड़वाते हैं रैली में, शिक्षकों से मेक अप करवाते हैं सामूहिक विवाह में. गैंग्स ऑफ वासेपुर के निर्माता अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) अपने राजनीतिक विचारों के चलते चर्चा में बने रहते हैं.
अनुराग ने अपने ट्वीट में लिखा, 'इंजीनियरों से गाय पकड़वाते हैं रैली में, शिक्षकों से मेकअप करवाते हैं सामूहिक विवाह में , बाकी सब वैसे ही ठप है. और अब तो मान भी रहे हैं की पढ़ाई लिखाई का कोई फायदा नहीं. चलो एक ढोंग तो खत्म हुआ.' अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) के इस ट्वीट पर लोगों के खूब रिएक्शन भी आ रहे हैं.
इंजिनीरों से गाय पकड़वाते हैं रैली में, शिक्षकों से मेक अप करवाते हैं सामूहिक विवाह में , बाक़ी सब वैसे ही ठप है । और अब तो मान भी रहे हैं की पढ़ाई लिखाई का कोई फ़ायदा नहीं । चलो एक ढोंग तो ख़त्म हुआ ।
इससे पहले अनुराग कश्यप ने गृह मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह (Amit Shah) को लेकर ट्वीट किया था. इस ट्वीट ने भी सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी थीं. अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) ने अपने ट्वीट में लिखा, 'दोस्त का फोन आया कि कोई बात करना चाहता है,किसी असिस्टेंट के नम्बर पे. मैंने दूसरे का नम्बर दिया. भाजपा के भारी भरकम व्यक्तित्व का फोन था. मुझे और बहुत सारे लोगों को धन्यवाद दिया और कहा मोटा भई से सब त्रस्त हैं. अंदर भी वैसा ही शासन चलाते हैं जैसा बाहर. सबको 8 तारीख का इंतजार है.'
दोस्त का फ़ोन आया कि कोई बात करना चाहता है,किसी असिस्टेंट के नम्बर पे।मैंने दूसरे का नम्बर दिया।भाजपा के भारी भरकम व्यक्तित्व का फ़ोन था।मुझे और बहुत सारे लोगों को धन्यवाद दिया और कहा मोटा भई से सब त्रस्त हैं।अंदर भी वैसा ही शासन चलाते हैं जैसा बाहर।सबको ८ तारीख़ का इंतज़ार है।
बॉलीवुड डायरेक्टर अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) अपनी फिल्मों की वजह से भी सुर्खियों में रहते हैं. अनुराग की फिल्मों की कहानी के किरदारों में सच्चाई झलकती है. अनुराग की फिल्मों में एक्टर के सिक्स पैक एब्स या चॉकलेट लुक वाले किरदार नहीं होते. अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) का कहना है कि उनकी फिल्में समाज का आइना होती है और कुछ नहीं. वह अपनी फिल्मों में वही दिखाते हैं जो इस समाज में रहने वाले लोग कहते और करते हैं.