बॉलीवुड के बादशाह खान उर्फ शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान को ऑर्थर रोड जेल (Arthur Road) में किसी सामान्य कैदी की तरह दिन-रात काटने पड़े. जेल मैनुअल के मुताबिक क्वारंटीन अवधि पूरी करने के बाद आर्यन (Aryan Khan) को सामान्य कैदियों की तरह बैरक में भेज दिया गया था. शुरुआती दिनों में तो वह अपने में ही सिमटे रहे, लेकिन बाद में जेल प्रशासन के समझाने पर वह कुछ मेल-मुलाकात के लिए राजी हुए. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक आर्यन ने जेल अधिकारियों की सलाह पर समय काटने के लिए जेल लाइब्रेरी से लेकर 'द लायंस गेट' और फिर भगवान 'श्री राम' पर लिखी किताबें पढ़ीं. जेल में उन्हें बैरक नंबर-1 में कैदी नंबर 956 की पहचान के साथ रखा गया था.
साधारण कैदियों के तरह बिताए दिन-रात
सूत्रों के मुताबिक आर्यन खान ने जेल में अन्य कैदियों की तरह ही दिन बिताए. इसके पहले पांच दिन वह नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की हिरासत में रहे थे. जेल अधिकारियों की सलाह पर ही आर्यन ने किताबें पढ़ीं. एसआरके के बेटे आर्यन खान क्रूज ड्रग्स मामले में 30 अक्टूबर की सुबह मुंबई की आर्थर रोड जेल से बाहर आए. उन्हें 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 3 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक वह नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की हिरासत में रहे. रिपोर्ट्स के मुताबिक आर्यन ने जेल की दिनचर्या का पालन करते हुए अन्य कैदियों की तरह अपने दिन बिताए.
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बीच में रहे कुछ गुमसुम
हालांकि सूत्र बताते हैं कि उनके वकीलों के बंबई उच्च न्यायालय में जाने से पहले विशेष एनडीपीएस अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी, वे चिंतित महसूस कर रहे थे. ऐसे में जेल अधिकारियों ने उन्हें जेल के पुस्तकालय से कुछ किताबें पढ़ने की सलाह दी थी. आर्यन ने जेल के अन्य कैदियों से भी बातचीत की थी. रिपोर्टों में कहा गया है कि आर्यन ने कुछ कैदियों को वित्तीय और कानूनी मदद का वादा किया. जेल में रहने के दौरान उन्हें एक बार अपने माता-पिता को वीडियो कॉल करने की अनुमति दी गई थी. जेल अधिकारियों द्वारा कैदियों के परिवार के सदस्यों को मिलने की अनुमति देने के बाद शाहरुख खान 21 अक्टूबर को उनसे मिलने गए थे.
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जमानत के हैं कड़े प्रावधान
अब जमानत के कड़े प्रावधानों के तहत आर्यन खान को फिलहाल मुंबई में ही रहना होगा, क्योंकि उन्हें शहर छोड़ने के लिए पूर्व अनुमति की आवश्यकता होगी. जमानत की शर्तों के तहत उसे मामले के किसी भी सह-आरोपी से मिलने की अनुमति नहीं है. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि आर्यन के माता-पिता ने उसे कुछ दिनों के लिए भूमिगत करने की योजना बनाई है.
HIGHLIGHTS
- जेल अधिकारियों की सलाह पर पढ़ी श्रीराम पर किताबें
- कुछ कैदियों से बातचीत कर दिया मदद का आश्वासन
- साधारण कैदियों की तरह ऑर्थर रोड जेल में रहे आर्यन