मेरी मजाल कि मैं उनके बारे में कुछ बोल पाऊं, आयुष्मान खुराना ने बिग बी के लिए लिखा नोट
आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) लिखते हैं कि जब भी हमारे देश में कोई नौजवान अभिनय के क्षेत्र में कदम रखना चाहता है तो उसका ध्येय होता है अमिताभ बच्चन
बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) ने अपनी फिल्म 'गुलाबो सिताबो' (Gulabo Sitabo) के सह-कलाकार अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) पर एक नोट लिखा है कि किस तरह से वह उन्हें प्रेरित करते रहे हैं. अपने नोट में आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) लिखते हैं, 'जब भी हमारे देश में कोई नौजवान अभिनय के क्षेत्र में कदम रखना चाहता है तो उसका ध्येय होता है अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan). मेरी आखिरी फिल्म में एक डायलॉग था कि बच्चन बनते नहीं है बच्चन तो बस होते हैं. जब मैंने बचपन में चंडीगढ़ के नीलम सिनेमा में 'हम' देखी थी और बिग बच्चन को बड़े पर्दे पर देखा था तो शरीर में ऐसी उर्जा उत्पन्न हुई जिसने मुझे अभिनेता बनने पर मजबूर कर दिया.'
आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) आगे लिखते हैं, 'मेरा पहला टीवी शूट मुकेश मिल्ज में हुआ था और यही वो जगह थी जहां जुम्मा चुम्मा दे दे गाना शूट हुआ था. उस दिन मुझे आई हेव अराइव्ड वाली फीलिंग आ गई थी. अगर तब यह हाल था तो आज आप सोच सकते होंगे मैं किस अनुभूति से गुजर रहा होऊंगा. गुलाबो सिताबो में मेरे सामने बतौर सह-कलाकार यह हस्ती खड़ी थी और किरदारों की प्रवृत्ति ऐसी थी कि हमें एक-दूसरे को बहुत 'सहना' पड़ा. वैसे असल में मेरी क्या मजाल कि मैं उनके सामने कुछ बोल पाऊं.'
आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) आखिर में लिखते हैं, 'इस विस्मयकारी अनुभव के लिए मैं शूजित दा का धन्यवाद कहना चाहूंगा कि उन्होंने मुझे अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) जैसे महानायक के साथ एक फ्रेम में दिखाया है. आप मेरे गुरु हैं, आपका हाथ थाम कर यहां तक पहुंचा हूं.' इसके साथ आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) ने इस नोट को खत्म करते हुए लिखा, 'सौ जन्म कुर्बान यह जन्म पाने के लिए, जिंदगी ने दिए मौके हजार हुनर दिखाने के लिए.' जूही चतुर्वेदी ने इसकी स्क्रिप्ट लिखी है. रॉनी लाहिड़ी और शील कुमार ने इसे प्रोड्यूस किया है. यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर उपलब्ध है.