बेगम जान, नाम शबाना,'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' के साथ बड़े पर्दे पर रहेगा अभिनेत्रियों का ही जलवा

इस हफ्ते बॉक्स आॅफिस पर स्वरा भास्कर की 'अनारकली ऑफ आरा', अनुष्का शर्मा की 'फिलौरी' दस्तक दे चुकी है, जिसे आलोचकों के साथ साथ समीक्षकों ने काफी सराहा है।

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sunita mishra
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बेगम जान, नाम शबाना,'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' के साथ बड़े पर्दे पर रहेगा अभिनेत्रियों का ही जलवा

प्रतीकात्मक चित्र

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बॉलीवुड में अब अभिनेत्रियों को पूरी तवज्जो दी जा रही है। उनके किरदार को बेहद मजबूती से लिखा जा और फिल्माया जा रहा है। आइए एक नजर डालते हैं हाल ही में रिलीज हुई और होने वाली उन फिल्मों के बारें में जिनमें नायिकाओं का ही दबदबा है।

इस हफ्ते बॉक्स आॅफिस पर स्वरा भास्कर की 'अनारकली ऑफ आरा', अनुष्का शर्मा की फिल्म 'फिलौरी' दस्तक दे चुकी है, जिसे आलोचकों के साथ-साथ समीक्षकों ने काफी सराहा है। 'अनारकली ऑफ आरा' और 'फिलौरी' की बॉक्स आॅफिस पर दूसरे दिन की कलेक्शन काफी शानदार र​ही।

इसके साथ ही निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव की फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' और महिला प्रधान फिल्मों का सशक्त चेहरा बन चुकी विद्या बालन अभिनीत 'बेगम जान' और तापसी पन्नु की फिल्म 'नाम शबाना' भी जल्द ही रिलीज होने वाली हैं। जी हां आपने सही समझा, इन दो महीने बड़े पर्दे पर केवल अभिनेत्रियों का ही बोलबाला है।

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सिनेमा के इतिहास में इससे पहले महिला प्रधान फिल्में बनाने के बारे में कई बार सोचा जाता था। डायरेक्टर से लेकर निर्माताओं को ये डर सताता था कि वह एक्ट्रेस पर दांव लगाएंगे तो कहीं उनकी फिल्में ​बॉक्स आॅफिस पर औंधे मुंह न गिर पड़े। लेकिन आज कि अभिनेत्रियों ने अपनी सशक्त अदाकारी से डायरेक्टर से लेकर निर्माताओं के इस मिथक को तोड़ दिया है।

फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' की निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव ने तो केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड तक को पुरुषवादी मानसिकता करार दे दिया। अलंकृता श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी फिल्म का विषय महिला केंद्रित है, इसलिए केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने उसे रोक दिया है। यह बोर्ड पुरुषवादी मानसिकता से ग्रस्त है।

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अपने किरदार के साथ न्याय करने और वास्तविकता का पुट देने के फेमस राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता विद्या बालन ने फिल्म 'बेगम जान' में अपने डायलॉग से सभी को एक बार फिर से अपनी अभिनय क्षमता का कायल बना दिया है। यह फिल्म 1947 के विभाजन की पृष्ठभूमि पर बनी है। विद्या फिल्म में एक वेश्यालय की मालकिन बनी हैं। फिल्म राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार श्रीजीत मुखर्जी की बंगाली फिल्म 'राजकहिनी' का हिंदी रूपांतरण है। दर्शक फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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तापसी पन्नू की फिल्म 'नाम शबाना' के दोनों ट्रेलर बेहद धाकड़ हैं। फिल्म ने रिलीज से पहले ही सबका ध्यान अपनी ओर खींचने में कामयाब रही। ऐसे में पहले से 'पिंक' और 'बेबी' फिल्म से सबकी तारीफें बटोर चुकी तापसी पर सभी की निगाहें हैं। फिल्म में तापसी पन्नू दमदार एक्शन करती नजर आएंगी।

खैर, इस सच पर कोई पर्दा नहीं डाल सकता कि अभिनेत्रियों ने न केवल अपने बूते पर फिल्मों सुपरहिट कराया है, बल्कि पुरस्कारों में भी आगे रखा है। विद्या बालन, कंगना रनौत भी उन्हीं में से एक हैं।

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Source : Sunita Mishra

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