अभिनेत्री कंगना रनौत (Actress Kangana Ranaut) के बोल एक फिर बिगड़ गए हैं. पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा (West Bengal Violence) पर कंगान रनौत ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर जमकर हमला बोला है. मंगलवार को अभिनेत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मैं गलत थी. वह रावण नहीं है. रावण महान राजा था, उसने दुनिया का सबसे अमीर देश बनाया था, महान प्रशासक, ज्ञानी और वीणा बजाने वाला पूरी तरह सक्षम राजा था. मगर यह खून की प्यसी राक्षसी ताड़का है. जिन लोगों ने इन्हें वोट दिया तुम्हारे भी हाथ खून से रंगे हुए हैं.
कंगना रनौत ने ममता पर निशाना साधते हुए लिखा, 'भाजपा को असम और पांडुचेरी में जीत हासिल हुई, लेकिन वहां से किसी हिंसा की कोई खबर नहीं आई। टीएमसी बंगाल का चुनाव जीती और वहां से सैकड़ों लोगों के मरने की खबर आ गई, लेकिन लोग कहेंगे कि मोदीजी तानाशाह हैं और ममता बनर्जी एक धर्मनिरपेक्ष नेता...बस बहुत हो गया'.
बता दें कि बंगाल चुनाव में बीजेपी की हार के बाद से ही कंगना लगातार सोशल मीडिया पर ममता बनर्जी के खिलाफ लिख रही हैं. उन्होंने बंगाल में ममता बनर्जी की जीत के लिए बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों को श्रेय दिया था और राज्य की तुलना कश्मीर से की थी.
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वहीं चुनाव नतीजे आने के बाद हमले और हत्या की घटनाओं को देख राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल जाकर भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का निर्णय लिया है. वह चार और पांच मई को दो दिनों तक बंगाल में रहकर हिंसा के शिकार परिवारों से मिलेंगे और संवेदना व्यक्त करेंगे. भाजपा ने बंगाल में राजनीतिक हिंसा के खिलाफ 5 मई को देशव्यापी धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने बताया कि बंगाल में तृणमूल सरकार के संरक्षण में चल रही हिंसा के तांडव के मद्देनजर हालात का जायजा लेने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मंगलवार को 4 मई को दो दिवसीय दौरे पर बंगाल में रहेंगे, जहां वे हिंसा प्रभावित कार्यकर्ताओं और उनके परिजनों से मुलाकात करेंगे. चुनाव परिणाम आने के 24 घंटे के भीतर भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है. कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हैं. पार्टी के कई कार्यकर्ताओं के घर और दुकान तक जला दिए गए हैं.
भाजपा के मुताबिक, ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार के शासन में अब तक 140 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है. बावजूद इसके राज्य प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है. चुनाव परिणाम के 24 घंटे के अंदर भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की नृशंस हत्या की खबर है. कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घर और दुकान जला दिए गए हैं.