बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का बुधवार सुबह 7.30 बजे लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. उनका मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में पिछले काफी दिनों से इलाज चल रहा था. उन्हें पिछले महीने से ही सांस संबंधित समस्याएं बनी हुई थी. जिसके चलते उन्हें मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यही पर 98 वर्षीय दिलीप कुमार ने आखिरी सांस ली। दिलीप साहब के साथ उनकी पत्नी और अभिनेत्री सायरा बानो उनकी आखिरी सांस तक साथ रहीं. सायरा दिलीप कुमार का खास ख्याल रख रही थीं और फैंस से लगातार दुआ करने की अपील भी कर रही थीं.
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दिलीप कुमार के निधन की खबर से पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक पसर गया है. सोशल मीडिया पर लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. दिलीप कुमार को लंबे समय से सांस में तकलीफ की समस्या बनी हुई थी. छह जून को भी इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उस समय उनके फेफड़ों के बाहर तरल पदार्थ एकत्र हो गया, जिसे चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक निकाल दिया था और पांच दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.
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दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 को पाकिस्तान में हुआ था और उनका पहला नाम यूसुफ खान था. बाद में उन्हें पर्दे पर दिलीप कुमार के नाम से शोहरत मिली. बताया जाता है कि दिलीप कुमार ने एक प्रोड्यूसर के कहने पर अपना नाम बदला था. दिलीप कुमार की शुरुआती पढ़ाई नासिक में हुई. बाद में उन्होंने फिल्मों में अभिनय का फैसला किया और 1944 में रिलीज हुई फिल्म ज्वार भाटा से डेब्यू किया. जुगनू दिलीप कुमार की पहली हिट फिल्म बनी. उनकी फिल्म मुगल-ए-आजम उस वक्त की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी. अगस्त 1960 में रिलीज हुई यह फिल्म उस वक्त की सबसे महंगी लागत में बनने वाली फिल्म थी.
Source : News Nation Bureau