Birthday Special: कभी ट्रैक्टर दिया तो कभी लोगों को किया एयरलिफ्ट, कोरोना काल में सोनू सूद बने 'मसीहा'
30 जुलाई, 1973 को लुधियाना के मोगा में जन्मे सोनू सूद (Sonu Sood) की स्कूली शिक्षा सेक्रेड हार्ट स्कूल में हुई और उन्होंने नागपुर के यशवंतराव चव्हाण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से आगे की पढ़ाई की है
Happy Birthday Sonu Sood: दुनियाभर में फैले कोरोना महामारी के बीच 'मसीहा' बनकर उभरे बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) आज अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. 30 जुलाई, 1973 को लुधियाना के मोगा में जन्मे सोनू सूद (Sonu Sood) की स्कूली शिक्षा सेक्रेड हार्ट स्कूल में हुई और उन्होंने नागपुर के यशवंतराव चव्हाण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से आगे की पढ़ाई की है. सोनू सूद (Sonu Sood) को हमेशा से ही अभिनय का शौक रहा है जो उन्हें एक दिन मुंबई खींच ले गया और अपनी मेहनत के दम पर वह आज अपनी एक खास पहचान बना चुके हैं.
साल 2010 में आई बॉलीवुड की सुपर हिट फिल्म 'दबंग' में खलनायक की अपनी भूमिका के लिए अवार्ड जीतने वाले सोनू का कहना है कि वह एक दिन खुद भी खाली हाथ इस माया नगरी में चले आए थे इसलिए प्रवासी श्रमिकों का दर्द खूब समझते हैं. अपने जन्मदिन के दिन भी सोनू सूद (Sonu Sood) ने दरियादिली दिखाई है. संजय राउत ने एक ट्वीट में कटाक्ष करते हुए सोनू सूद को महात्मा तक बोल दिया था. सोनू इस खास पर देशभर के अलग अलग शहरों में मेडिकल कैंप्स लगवा रहे हैं.
सोनू सूद (Sonu Sood) को उम्मीद है कि इन मेडिकल कैंप्स की मुहिम में करीब 50 हजार लोग जुड़ेंगे. जरूरतमंदो के लिए की गई इस मुहिम के लिए सोनू सूद (Sonu Sood) ने ग्राम पंचायतों, मुखिया से संपर्क किया है ताकि कैंप के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाए. इस निःशुल्क मेडिकल कैंप में लोग अपना चेकअप करवा सकते हैं.
बता दें कि भारत में कोरोना काल के दौरान हुए लॉकडाउन में तपती दोपहर में सड़क किनारे बदहवास हालत में अपने घरों को लौटते हजारों प्रवासी श्रमिकों को देखकर किसी ने दुख जताया तो किसी ने हमदर्दी, लेकिन सोनू सूद (Sonu Sood) ने इनके दर्द को महसूस किया और न सिर्फ इनके लिए दो वक्त के खाने का इंतजाम किया बल्कि इन्हें सैकड़ों मील दूर इनके घरों तक पहुंचाने का जिम्मा भी उठाया. इसके साथ ही अब सोनू सूद लोगों की उनकी प्रतिभा के आधार पर नौकरियां भी लगवा रहे हैं. कोरोना जैसी आफत की इस घड़ी में सोनू सूद (Sonu Sood) जैसे बहुत से लोग और संगठन इन जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए.