अंडरवर्ल्ड डॉन, गैंगस्टर्स पर बनी फिल्मों में पुरुषों का वर्चस्व तो कई बार नजर आया है. पर क्या आप जानते हैं कि बंदूक उठा कर जब बॉलीवुड एक्ट्रेस रिवॉल्वर रानी बनी हैं. तब वो भी कहर बरपाने में पीछे नहीं रही हैं. कभी खूंखार, कभी सेक्सी तो कभी रियलिस्टिक किरदारों में हीरोइनों ने गैंगस्टर बनकर खूब वाहवाही बटोरी है. अगर आपने नहीं देखा है उनका खतरनाक रूप तो जरूर देखिए ये फिल्में जिसमें कातिल हसीनाएं धायं-धायं गोलियां बरसा रही हैं. इस लिस्ट में सबसे टॉप पर आना सीमा बिस्वास का नाम आता है. सीमा ने बैंडिट क्वीन बनकर पूरे चंबल को दहला दिया था.
ये भी पढ़ें- करीना कपूर के खिलाफ FIR दर्ज, ये है पूरा मामला
बैंडिट क्वीन- डाकू फूलन देवी की जिंदगी पर बनी फिल्म बैंडिट क्वीन को इस विषय पर बनी सबसे शानदार फिल्म माना जाता है. फिल्म में फूलन देवी का किरदार सीमा बिस्वास ने निभाया था जिन्हें अपने रोल के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला था.
शेरनी- अपनी खूबसूरती से लोगों के दिल में बसने वाली श्रीदेवी अभी इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके फैन्स उन्हें हमेशा मिस करते हैं. श्रीदेवी ने फिल्म शेरनी में जब बंदूक उठाया तो लोगों का दिल जीत लिया. 1988 में आई फिल्म शेरनी में श्रीदेवी ने डाकू दुर्गा का किरदार निभाया था. इस फिल्म में श्रीदेवी ने डाकू बनकर विलेन की खूब धुलाई की थी.
गॉडमदर- शबाना आजमी की एक्टिंग का लोहा तो दर्शक पहले से ही मानते आ रहे हैं. पर बंदूक उठाकर शबाना ने स्क्रीन पर एक अलग ही अवतार दिखाया. फिल्म की कहानी गैंगस्टर संतोकबेन जडेजा के इर्द गिर्द घूमती है. जो गुजरात में 80 से 90 के दशक के बीच गैंगस्टर रही हैं. 14 से ज्यादा खून करने वाली संतोकबेन के किरदार में शबाना ने ऐसी जान फूंकी, कि राष्ट्रीय पुरस्कार ही उनकी झोली में आ गिरा. फिल्म क्रिटिक्स और दर्शक इस फिल्म में उनके काम की तारीफ करते नहीं थके.
ये भी पढ़ें- क्या प्रेग्नेंट हैं सोनम कपूर? इस वीडियो ने फैन्स के मन में उठाए सवाल
शबरी- इस फिल्म में ईशा कोपिकर लेडी डॉन के किरदार में हैं. कहना गलत नहीं होगा कि खल्लास गर्ल ने फिल्म में शानदार अभिनय किया और मुंबई की पहली लेडी डॉन के किरदार में जान डाल दी. ललित मराठे के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म पहले 2005 में रिलीज होने वाली थी पर कुछ कारणों से अटक गई. जिसके बाद इसे 2011 में रिलीज किया गया.
गुलाब गैंग- फिल्म में माधुरी दीक्षित रज्जो के किरदार में हैं. ये दरअसल अंडरवर्ल्ड की गैंग नहीं है. बल्कि महिलाओं की ऐसी गैंग है जो उन लोगों को अपना शिकार बनाती है जो किसी अबला को परेशान करते हैं. यूपी में सक्रिय गुलाब गैंग पर बेस्ड थी ये फिल्म जिसमें पहली बार जूही चावला और माधुरी दीक्षित साथ नजर आए.
रिवाल्वर रानी- रिवॉल्वर रानी की कहानी शुरु होती है चंबल के गांव से जहां पर अलका (कंगना रनौत) का ही सिक्का चलता है. अलका सिंह उर्फ 'रिवॉल्वर रानी' ठांय-ठांय गोलियां चलाती हैं और ग्वालियर में आतंक मचाती हैं. वह राजनीति से जुड़ी हुई हैं और उनके विरोधी उनके दबदबे को कम करने में लगे हुए हैं. अलका उस क्षेत्र का हर एक चुनाव जीतती है. अलका अपने मामा (पियूष मिश्रा) के हाथों की कठपुतली है. हालांकि जब उसे गुस्सा आता है तो वो अपने मामा को भी नहीं छोड़ती.
HIGHLIGHTS
- फिल्मों में महिलाओं ने भी खूब की ठांय-ठांय
- अभिनेत्रियों ने बंदूक उठाकर लोगों का दिल लूट लिया
- कभी खूंखार, कभी सेक्सी तो कभी रियलस्टिक किरदारों में दिखीं