दिग्गज फिल्म निर्माता-निर्देशक अदूर गोपालकृष्णन ने कहा कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह का बहिष्कार करने वालों की भावनाएं समझ में आने योग्य और स्वाभाविक हैं। कुछ विजेताओं ने पुरस्कार राष्ट्रपति द्वारा नहीं दिए जाने पर नाराजगी जताते हुए पुरस्कारों का बहिष्कार किया था।
पांच दशकों के सुनहरे करियर वाले गोपालकृष्णन को 16 बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
उन्होंने यहां सोमवार को कहा, 'जिन भावनाओं को उन्होंने (पुरस्कार समारोह का बहिष्कार करने वालों ने) जाहिर किया है वे सामान्य और स्वाभाविक हैं।'
पद्मश्री और पद्म विभूषण से सम्मानित 76 वर्षीय फिल्मकार ने कहा, 'अगर राष्ट्रपति केवल एक घंटे के लिए ही उपस्थित हो सकते थे तो कार्यक्रम को दो दिन आयोजित किया जाना था। सभी की इच्छा राष्ट्रपति के हाथों से पुरस्कार प्राप्त करने की होती है।'
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पिछले सप्ताह केवल 11 विजेताओं को पुरस्कार दिया था, जबकि बाकी के विजेताओं को यह सम्मान सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी के हाथों दिया गया।
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Source : News Nation Bureau