सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) आत्महत्या मामले में सीबीआई (CBI) के हाथ अभी तक कोई बड़ा सबूत नहीं लगा है. ऐसे में सीबीआई सच सामने लाने के लिए पॉलीग्राफी टेस्ट (Polygraphy Test) का सहारा ले सकती है. सूत्रों का कहना है कि सीबीआई रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) समेत कुछ लोगों का पॉलीग्राफी टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है. रिया और बाकी लोगों को दिल्ली बुलाकर सीबीआई उनका पॉलीग्राफी टेस्ट करा सकती है. जानकारी के मुताबिक सीबीआई रिया से कुछ दौर की बातचीत के बाद इस पर अपना फैसला ले सकती है.
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कैसे होता है पॉलीग्राफी टेस्ट
इस टेस्ट को झूठ का पता लगाने के लिए कराया जाता है. पॉलीग्राफी मशीन को व्यक्ति के शरीर से जोड़ा जाता है. इसमें व्यक्ति से कुछ सेंसर अटैच किए जाते हैं. सेंसर्स से मिलने वाले सिग्नल को मशीन में लगे ग्राफ पेपर पर रिकॉर्ड किया जाता है. इस प्रक्रिया को पॉलीग्राफी टेस्ट कहते हैं.
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कैसे काम करती है मशीन
इस टेस्ट को विशेषज्ञों की देखरेख में किया जाता है. इसमें व्यक्ति के शरीर से छह सेंसर जोड़े जाते हैं. इनके जरिए सवाल-जवाब के दौरान संबंधित व्यक्ति की सांस लेने की गति, नब्ज की गति, रक्तचाप, शरीर से निकलने वाले पसीना व हाथ-पैरों की हरकत को रिकार्ड किया जाता है. जब व्यक्ति से कोई सवाल किया जाता है और वह झूठ बोलता है तो उसके दिमाग से विशेष सिग्नल निकलता है. जिसके कारण उसकी हृदय गति व रक्तचाप भी बढ़ जाता है. इससे सच और झूठ का पता चल जाता है.
Source : News Nation Bureau