फिल्म अभिनेता संजय दत्त की जिंदगी पर आधारित (बायोपिक) फिल्म का अभी तक नाम तय नहीं है। खास बात यह है कि लोगों द्वारा सुझाए गए नाम में से ही किसी एक का चयन होगा। जिस व्यक्ति के सुझाए नाम को चुना जाएगा, उसे ईनाम दिया जाएगा। यह ऐलान शुक्रवार को फिल्म के निर्देशक राजकुमार हिरानी ने किया।
हिरानी ने अपने अन्य साथियों विधु विनोद चोपड़ा, अभिजात जोशी, फिल्म के मुख्य किरदार रणबीर कपूर और विक्की कौशल मूवी की शूटिंग के लिए भोपाल पहुंचे थे। यहां हिरानी ने कहा, 'संजय दत्त की बायोपिक का अभी तक नाम तय नहीं हुआ है और इसके लिए वे कॉन्टेस्ट रखेंगे, जो अच्छा नाम सुझाएगा उसे इनाम दिया जाएगा।'
हिरानी सहित सभी ने जब मीडिया से कहा कि आप भी फिल्म का नाम बताइए और ईनाम पाइए तो सामने से आवाज आई, व्यापमं बेहतर होगा। बता दें कि राज्य में व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाला हुआ है, जिसमें कई लोगों की मौत हो चुकी है और कई जेलों में हैं।
ये भी पढ़ें: संजय दत्त ने पहले सलमान को बुलाया घमंडी, फिर कहा नहीं है कोई अनबन
इस मौके पर संवाददाताओं ने जब संजय दत्त की बायोपिक से जुड़ी टीम से पूछा कि क्या वे किसी राजनेता पर इस तरह की फिल्म बनाने का प्रयास करेंगे? टीम ने कहा, 'कोई राजनेता ईमानदारी और सच्चाई से अपनी जिंदगी के बारे में बताएगा तो जरूर वे इस पर विचार कर सकते हैं। अभी तक ऐसा कोई नेता उन्हें मिला नहीं है।'
हिरानी ने आगे कहा कि वे 'मुन्ना भाई 2' बनाने के लिए संजय दत्त के पास गए थे, मगर जब उनकी जिंदगी की कहानी सुनी तो उन्हें लगा कि संजय दत्त पर बायोपिक बनाई जा सकती है। इससे पिता-पुत्र के रिश्तों का पता चलता था। इसके लिए संजय दत्त और उनके परिवार से जुड़े लोगों से संवाद करने के बाद इस फिल्म को बनाने का निर्णय लिया।
राजकुमार हिरानी ने आगे कहा, 'इस फिल्म के लिए संजय दत्त की जिंदगी की कहानी सुनी। इसकी 200 घंटे की रिकॉर्डिंग है। उसके बाद उनके परिजनों, पत्रकारों और उनके जानने वालों से चर्चा की, क्योंकि हम एक तरफा फिल्म नहीं बनाना चाहते थे।' उन्होंने कहा, 'संजय दत्त को कभी रोते नहीं देखा। फिल्मों में जरूर देखा है, मगर इस फिल्म की शूटिंग के दौरान वे कई बार रो पड़े। संजय दत्त ने इस फिल्म को लेकर यहां तक कहा कि तुमने ढाई घंटे में मेरी पूरी जिंदगी दिखा दी।'
ये भी पढ़ें: बेटी त्रिशाला के एक्ट्रेस बनने पर संजय दत्त का खुलासा, 'मैं उसकी टांगें तोड़ना चाहता था'
विधु विनोद चोपड़ा ने कहा, 'यह फिल्म ऐसी होगी, जो मनोरंजक होने के साथ ही पारिवारिक भी होगी। इस फिल्म का रफ-कट तक लोगों को पसंद आएगा। यह रफ-कट थ्री ईडियट से बेहतर है। यह फिल्म शिक्षा प्रद भी होगी। इस फिल्म में बेटे का बाप से क्या रिश्ता होता है और उसे किस तरह से निभाया जाना चाहिए, यह संदेश दर्शकों को मिलेगा।'
फिल्म के मुख्य किरदार रणबीर कपूर ने कहा, 'संजय दत्त की जिंदगी पर आधारित फिल्म में उनकी भूमिका निभाते वक्त ऐसा लगता है मानो उस इंसान में सब कुछ है, कभी-कभी लगता है कि एक इंसान इतनी सारी जिंदगियां कैसे जी लेता है। इस तरह की जिंदगी जीने के लिए सौ जन्म लेने पड़ेंगे।'
यह भी पढ़ें: इस फिल्म से कमबैक कर रही हैं मनीषा कोइराला, बनेंगी संजय दत्त की मां
रणबीर ने कहा, 'संजय दत्त बनने के लिए उन्हें बड़ी मेहनत करनी पड़ी है, क्योंकि वह मानते हैं कि ऐसे मौके बार-बार नहीं आते हैं। एक इंसान को समझना और उसकी भूमिका निभाना कठिन है।'
Source : IANS