आशा पारेख (Asha Parekh) बॉलीवुड इंडस्ट्री का जाना-माना नाम हैं. एक जमाने में एक्ट्रेस का नाम बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्रियों में गिना जाता था. उनकी एक्टिंग और खूबसूरती के लोग आज भी कायल हैं. हाल ही में खबर आ रही है कि आशा पारेख को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार (Asha Parekh honoured with Dada Saheb Phalke Award) से नवाजा जाएगा. जिसके बाद से उनके फैंस काफी खुश हैं. उनका कहना है कि एक्ट्रेस ने बॉलीवुड इंडस्ट्री (Asha Parekh in bollywood) में अपना जो योगदान दिया है, उसके लिए वो इस सम्मान के योग्य हैं.
आपको बता दें कि इससे पहले एक्ट्रेस अपने हालिया बयान (Asha Parekh latest statement) के चलते चर्चा में आ गई थी. जिसमें उन्होंने शादी न करने पर बात की थी. उन्होंने (Asha Parekh on not getting married) कहा था, “मुझे लगता है कि मेरी शादी होना तय नहीं था. ईमानदारी से कहूं तो मुझे शादी करना और बच्चे पैदा करना अच्छा लगता था, लेकिन ऐसा होना नहीं था. हालांकि, मुझे इस बात का बिल्कुल भी पछतावा नहीं है."
खैर, आशा के वर्कफ्रंट (Asha Parekh workfront) की बात कर लें तो उन्होंने फिल्म 'दिल देके देखो' (1959) से बॉलीवुड (Asha Parekh debut film) में कदम रखा था. जिसमें उन्होंने शम्मी कपूर के साथ लीड रोल प्ले किया था. आपको बता दें कि भले लीड एक्ट्रेस के तौर पर आशा ने इस फिल्म से डेब्यू किया. लेकिन वो बेबी आशा पारेख के नाम से चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर अपना करियर पहले ही शुरू कर चुकी थी. उन्होंने बेबी आशा बनकर मां (1952) और बाप बेटी (1954) में अभिनय किया था. आशा ने अपने करियर में कई शानदार और यादगार फिल्में (Asha Parekh iconic films) दी. जिनमें 'जब प्यार किसी से होता है', 'तीसरी मंजिल और दो बदन', 'कटी पतंग', 'कारवां' और 'मैं तुलसी तेरे आंगन' जैसी फिल्मों का नाम आता है. हालांकि, 90 के दशक में एक्ट्रेस ने काफी कम काम किया. उनकी आखिरी फिल्म (Asha Parekh) 'सर आंखों पर' थी. जिसमें एक्ट्रेस ने कैमियो किया था. जिसके बाद अब उन्होंने फिल्मी दुनिया से दूरी बना ली है. हालांकि, एक्ट्रेस सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट्स के जरिए अक्सर अपने फैंस के साथ जुड़ी रहती हैं.