बॉलीवुड की नायब फिल्मों के स्टोरी टेलर, जिनकी डायरेक्शन में एक जादू हैं, एक्टर को स्टार बनाने का हुनर इनमें कमाल का हैं. कहानी को कहना हो या उसमें जीना जो, इन्हे बखूबी आता हैं. जी हां, निर्देशक इम्तियाज अली, लेकर आ रहे हैं एक म्यूजिकल कहानी, ये पांच महिलाओं के जीवन के संघर्ष की कहानी हैं जो हर दर्द से आजाद होकर अपने वजूद को बनाने के लिए कहती हैं ‘जीना अभी बाकी हैं’. इस शॉर्ट स्टोरी में महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी, मधुरिमा तूली, प्रिया मलिक,राशा किरमानी और एक्टर विवेक दहिया.
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8 मिनट की ये शॉर्ट म्यूजिकल फिल्म, महिला सशक्तिकरण को दर्शाती हैं कि अगर एक औरत चाहे तो वो बड़ी से बड़ी मुसीबत को पार कर, अपने लिए जीने की राह खोज सकती है. खूबसूरत सी इस कहानी को पेश किया हैं डायरेक्टर इम्तियाज अली, जो कहते है,"जीना अभी बाकी है की कल्पना कोरोना महामारी के सबसे डार्क घंटों में की गई थी. टीम ने बेहद संवेदनशील फिल्म बनाई है. ये कहानियां हमारे दिलों को छूती हैं और हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि हम महिलाओं के सामने आने वाली इन समस्याओं को कैसे दूर कर सकते हैं.”
निर्देशक वरुण गुप्ता ने इस प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुए कहा, “पिछले साल महामारी के अनिश्चित समय के दौरान, इम्तियाज सर ने हमारे दिमाग में जीना अभी बाकी है का बीज बोया था. बहुत चिंतन और विचार-विमर्श के बाद, मेरे पास रोजमर्रा की जिंदगी में महिलाओं की कठिनाइयों को दिखाने का विचार आया. मैं खुद को धन्य महसूस करता हूं कि मैंने इस प्रोजेक्ट से अभिनय की भी शुरुआत की .बच्चन साहब के साथ काम करने से लेकर इम्तियाज सर तक,मेरे लिए यह एक सपने के सच होने जैसा रहा है.”
फिल्म की कास्टिंग के बारे में बोलते हुए वरुण कहते हैं कि इस शॉर्ट फिल्म में इम्तियाज सर, कई महिला नायिकाओं पर एक ही फिल्म में एक्सपेरिमेंट करना चाहते थे. "हमने 5 एक्टर्स से संपर्क किया और उन सभी ने हमारे कहानी और दृष्टिकोण पर भरोसा किया और वो इससे जुड़ गए ".
फिल्म में दिव्यांका त्रिपाठी और उनके पति विवेक दहिया पहली बार एक साथ नजर आ रहे हैं. वरुण ने कहा कि, “मैंने दिव्यांका से फोन पर बात की और मुझे वह ऊर्जा मिली जो हम चाहते थे. जिस वक्त मैं दिव्यांका से मिला मुझे ऐसा लगा की यूनिवर्स यही चाह रहा हैं. उनके पति के किरदार के लिए कास्टिंग करते समय, इससे पहले कि मैं विवेक से पूछ पाता, वह उस भूमिका को निभाने के लिए तुरंत तैयार हो गए क्योंकि दोनों को इस कहानी की सार छू गया".
एक्ट्रेस प्रिया मलिक कहती हैं, “वरुण ने एक दिन मुझे फोन किया और पूरा प्रोजेक्ट सुनाया. उन्होंने मुझे यह नहीं बताया कि मुझे कौन सा किरदार निभाना है.फिल्म में मैं जो किरदार निभा रही हूं वह मंच की अदाकारा हैं क्योंकि मैं अक्सर मंच पर कविता पढ़ती हूं, यह स्वाभाविक रूप से मेरे पास आया. ”
राशा किरमानी, जिन्हें फिल्म में डायरेक्टर वरुण के साथ कास्ट किया गया है, उन्हे तो दृश्य को वास्तविक रूप देने के लिए असल में मार खाने पड़े. क्योंकि एक गंभीर घरेलू हिंसा को दर्शाना था. वह कहती हैं, "उन्होंने मुझे अनुप्रिया की कहानी के लिए तैयार होने के लिए कहा. मुझे किरदार में ढलने में दो मिनट लगे क्योंकि मैं पहले से ही पूरे दिन उदास गाने को सुन रही थी."
फिल्म प्रस्तुत करने वाले बिग बैंग के संस्थापक और सीईओ सुदीप मुखर्जी का कहना है कि जीना अभी बाकी है में उनके लिए एक भावनात्मक प्रतिध्वनि है. 'फील गुड' फैक्टर और मजबूत संदेश ही इस लघु फिल्म की वास्तविक ताकत हैं.