'महाभारत' दिखाने वाले बी आर चोपड़ा थे पत्रकार, पढ़ें अनसुनी कहानी
बल्देव राज चोपड़ा (BR Chopra) ने लाहौर विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में स्नातकोत्तर की उपाधि ग्रहण की थी. इसके बाद वर्ष 1944 में बी.आर. चोपड़ा लाहौर से हर माह प्रकाशित होने वाली सिने हेरल्ड नामक फिल्मी पत्रिका में बतौर पत्रकार काम करने लगे थे
'महाभारत' महाकाव्य के रचयिता 'महर्षि वेदव्यास' हैं, लेकिन टीवी पर 'महाभारत' सीरियल को लेकर आए बल्देव राज चोपड़ा (BR Chopra) ने हिंदी सिनेमा के इतिहास में एक अहम योगदान दिया है. आज 5 नवंबर को बल्देव राज चोपड़ा (BR Chopra) की पुण्यतिथि है. 22 अप्रैल 1914 को लुधियाना (पंजाब) में जन्में बल्देव राज चोपड़ा ने टीवी शो और कई हिट फिल्में दी हैं.
बल्देव राज चोपड़ा (BR Chopra) ने लाहौर विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में स्नातकोत्तर की उपाधि ग्रहण की थी. इसके बाद वर्ष 1944 में बी.आर. चोपड़ा लाहौर से हर माह प्रकाशित होने वाली सिने हेरल्ड नामक फिल्मी पत्रिका में बतौर पत्रकार काम करने लगे थे. इसके बाद वो लाहौर छोड़कर दिल्ली आ बसे और फिल्म जर्नलिस्ट के तौर काम करने लगे. यहां से उन्हें फिल्मी माहौल में रहने का मौका मिला और वो फिल्मकार बन गए.
बल्देव राज चोपड़ा (BR Chopra) ने 1948 में पहली फिल्म 'करवट' बनाई जो फ्लॉप साबित हुई. इसके बाद वर्ष 1951 में बी.आर. चोपड़ा (BR Chopra) की डायरेक्टर के तौर पर पहली फिल्म 'अफसाना' थी, जिसमें अशोक कुमार का डबल रोल था और यह फिल्म 'हिट' साबित हुई थी. 1955 में बल्देव राज चोपड़ा (BR Chopra) ने अपना खुद का प्रोडक्शन 'बीआर फिल्म्स' शुरू किया, जिसके बैनर तले पहली फिल्म बनी 'नया दौर', जिसमें दिलीप कुमार और वैजयंतीमाला मुख्य किरदार में थे. यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई. निर्माता निर्देशक बल्देव राज चोपड़ा (BR Chopra) को अधिकतर लोग टीवी सीरियल 'महाभारत' से ही जानते हैं पर उनका हिंदी फिल्मे बनाने का लम्बा इतिहास रहा है. बल्देव राज चोपड़ा (BR Chopra) ने 'साधना', 'गुमराह', 'कानून', 'हमराज', 'पति पत्नी और वो', 'निकाह' जैसी एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं. 94 साल की उम्र में बी.आर. चोपड़ा (BR Chopra) 5 नवंबर 2008 को इस दुनिया को अलविदा कह गए.