साउथ के स्टार और राजनीतिक पार्टी 'मक्कल नीधि मय्यम' प्रमुख कमल हासन ने गुरुवार को कहा कि देश में अभिव्यक्ति की आजादी धीरे-धीरे छीनी जा रही है और इस व्यवस्था को बदलना होगा।
एक संवाददाता द्वारा विभिन्न मुद्दों पर आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी की बात उठाए जाने पर उन्होंने यह बात कही।
कमल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'वास्तव में आजादी हमसे धीरे-धीरे छीनी जा रही है। देश में यह स्थिति बदलनी चाहिए।'
स्टरलाइट कॅापर प्लांट के खिलाफ लगातार होते विरोध प्रदर्शनों और 10,000 करोड़ रुपये की प्रस्तावित आठ लेन सालेम-चेन्नई हरित परियोजना के प्रस्ताव को लेकर हसन अपनी टिप्पणी कर रहे थे।
तमिलनाडु पुलिस पर इस परियोजना के खिलाफ विरोध करने वाले लोगों और कार्यकर्ताओं को अंधाधुंध व मनमाने तरीके से गिरफ्तार करने का आरोप है। इसमें हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि और दूसरी जमीन अधिग्रहीत की गई है।
विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि इन मामलों को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में मनमाने और भेदभावपूर्ण तरीके से गिरफ्तारियां हुई हैं।
अभिनेता कमल हासन ने चेन्नई और सालेम के बीच आठ लेन वाले ग्रीन कॉरिडोर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों की गिरफ्तारी को लेकर तमिलनाडु सरकार की निंदा की।
उन्होंने चेन्नई-सालेम एक्सप्रेस वे पर सवाल पूछने पर कहा कि लोगों को यह तय करना चाहिए कि उन्हें बड़ी सड़क परियोजना की आवश्यकता है या नहीं।
कमल ने कहा, 'लोगों को यह तय करना चाहिए कि वो इसे चाहते है या नहीं।'
हाल ही में कमल हासन ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से मुलाकात की और तमिलनाडु के साथ कावेरी नदी जल बंटवारे के मुद्दे पर चर्चा की थी। कावेरी नदी विवाद पर उन्हें काफी आलोचना का सामना भी करना पड़ा था।
इस पर हसन ने कहा कि उन्हें तमिलनाडु के किसानों के लिए पानी मांगने में 'कोई शर्म नहीं है'।
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Source : News Nation Bureau