साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले गोविंदा एक बार फिर राजनीति में लौट आए हैं. 1990 और 2000 के दशक में कई लोकप्रिय फिल्मों का हिस्सा रहे एक्टर गुरुवार को शिवसेना में शामिल हो गए. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनका पार्टी में स्वागत किया. हालांकि, हीरो नंबर 1 एक्टर ने एक बार ऑन रिकॉर्ड कहा था कि भारतीय राजनीति पूरी तरह से 'धोखा' है. गोविंदा 50,000 वोटों से जीतकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा के लिए चुने गए थे.
जब गोविंदा ने राजनीति को बताया धोखा
साल 2007 के एक इंटरव्यू में, एक्टर ने कहा था मैं पानी की तरह हूं. मेरा टेम्परेचर एनवायरनमेंट पर निर्भर करता है. मेरे आस-पास की चीज़ें इतनी अस्थिर हो गई थीं कि मैं ठीक से काम नहीं कर पा रहा था. भारतीय राजनीति में धोखा एक उपशब्द लगता है. मेरे पास इनमें से कुछ भी नहीं होगा. अब से मैं केवल उन्हीं गुटों का हिस्सा बनना चाहता हूं जो शालीनता और कड़ी मेहनत में विश्वास करते हैं. यह बात सिनेमा और राजनीति दोनों पर लागू होती है. मैंने अनवान्टेड सारे रिश्ते तोड़ दिए हैं.
जब गोविंदा ने राजनीति छोड़ने का फैसला किया
जब एक्टर ने अपने राजनीतिक करियर छोड़ने का फैसला किया, तो उनसे उनकी वापसी के बारे में पूछताछ की गई. गोविंदा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, राजनीति हमारे खून और हमारे परिवार में कभी नहीं थी. मैं इस पर कभी वापस नहीं लौटूंगा. गोविंदा आखिरी बार रंगीला राजा में नजर आए थे. उन्हें राजा बाबू, कुली नंबर 1, हसीना मान जाएगी, पार्टनर और भागम भाग जैसी फिल्मों में उनकी प्रतिष्ठित भूमिकाओं के लिए जाना जाता है. एक्टर ने लव 86 के साथ स्क्रीन पर अपनी शुरुआत की और उनका बॉलीवुड करियर तीन दशकों से अधिक का है.
Source : News Nation Bureau