Randhir Kapoor Birthday: रणधीर कपूर का जन्म 15 फरवरी 1947 में चेंबूर बॉम्बे, भारत में हुआ था. उन्हें बॉलीवुड में उनके काम के लिए जाना जाता है. एक अभिनेता के रूप में उन्होंने देसी मैजिक, सुपर नानी, हाउसफुल, हाउसफुल 2, मदर और कई अन्य फिल्मों में एक्टिंग की है. कपूर ने 'आ अब लौट चलें', 'प्रेमग्रंथ', 'मेंहदी' और 'राम तेरी गंगा मैली' जैसी फिल्मों का निर्माण किया है. रणधीर ने 1971 में एक्ट्रेस बबीता से शादी की और उनकी दो बेटियां करिश्मा कपूर और करीना कपूर हैं, जो दोनों भारतीय फिल्म एक्ट्रेसस हैं. उनके भाई ऋषि कपूर थे. उनके पिता राज कपूर एक प्रिय भारतीय अभिनेता और निर्देशक थे. आज रणधीर कपूर अपना 77वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस मौके पर चलिए दिग्गज एक्टर के बारे में जानते हैं कुछ खास बातें.
रणधीर कपूर (Randhir Kapoor) भारतीय फिल्म उद्योग में एक प्रमुख अभिनेता, निर्माता और निर्देशक हैं. उनका जन्म 15 फ़रवरी 1947 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. वह बॉलीवुड के प्रसिद्ध फिल्म परिवार की सदस्य हैं, जहां उनके पिता राज कपूर, मां कृष्णा राज कपूर, और दादा प्रिथवीराज कपूर भी अभिनेता और निर्माता रहे हैं.
इस फिल्म से किया था डेब्यू
रणधीर कपूर की एक्टिंग करियर 1970 के दशक में शुरू हुई और उन्होंने कई महत्वपूर्ण और सफल फिल्मों में काम किया. उनकी कुछ महत्वपूर्ण फिल्में शामिल हैं "जवानी दीवानी" (1972), "राम तेरी गंगा मैली" (1972), "लाल पत्थर" (1971), "होटल" (1981), "प्यार की कहानी" (1981) और "एक ज़िन्दगी की तलाश" (1981). रणधीर कपूर ने निर्माता और निर्देशक के रूप में भी काम किया है. उन्होंने फिल्म "हीरोइन" (2012) को निर्देशित किया और कई अन्य फिल्मों में निर्माता के रूप में भी योगदान दिया है.
निर्माता और निर्देशक दोनों रहे हैं रणधीर
रणधीर कपूर ने अपने करियर में निर्माता और निर्देशक के रूप में भी काम किया है. उन्होंने फिल्म "हीरोइन" को निर्देशित किया और कई अन्य फिल्मों में निर्माता के रूप में भी योगदान दिया है.
मिल चुके हैं इतने अवार्ड्स
रणधीर कपूर (Randhir Kapoor) को उनके अभिनय के लिए कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए हैं, जिसमें उन्हें फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड (Filmfare Award) और फ़िल्में स्क्रिन अवॉर्ड जैसे प्रमुख पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. उन्होंने 1986 में 'राम तेरी गंगा मैली' (Ram Teri Ganga Maili) के लिए बेस्ट फिल्म का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता और 1998 में आरके बैनर के 50 साल पूरे होने पर सम्मान के लिए दूसरा फिल्मफेयर अवार्ड जीता.