बॉलीवुड की हसीन अदाकारा का तमगा हासिल करने वाली अभिनेत्री रेखा के दीवानों की फेहरिस्त बेहद लंबी है। हिंदी फिल्मों में रेखा का जिक्र ना होना, तो इंडस्ट्री में कुछ अधूरा महसूस होगा। रेखा जितनी खूबसूरत हैं, उतनी ही शानदार एक्ट्रेस और डांसर भी हैं।
तेलगु फिल्म 'रंगुला रत्नम' से साल 1966 में अपना फिल्मी करियर शुरू करने वाली रेखा ने लंबे समय तक कड़ा संघर्ष किया। उन्होंने अपने करियर और अपनी सफलता के आड़े आने वाली हर कमजोरी को अपनी ताकत बना लिया। हिंदी सीखने से लेकर, वजन घटना, एक्टिंग और डांस की भी ट्रेनिंग ली। आइये आपको रेखा की फिल्मों के कुछ शानदार गाने सुनाते हैं, जिन्हें सुनने के बाद आप एक बार फिर से रेखा की अदाकारी के कायल हो जाएंगे।
साल 1981 में आई फिल्म 'उमराव जान' का गाना इन आंखों की मस्ती में रेखा बेहद ही खूबसूरत नजर आई। इस गाने में भी उनकी आंखें, उनका मेकअप और डांस को सभी ने सराहा था। इन आंखों की मस्ती गाने को आशा भोसले ने गाया है, जबकि शहरयार ने इसको लेखा है। इसके म्युजिक कंपोजर मोहम्मद जहर खय्याम हैं। रेखा को 1981 में इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया था।
2- मन क्यों बहका रे बहका
साल 1985 में आई 'उत्सव' फिल्म का गाना मन क्यों बहका रे बहका रेखा की सबसे इरोटिक कमर्शियल फिल्म कही जा सकती है। लता और उषा मंगेशकर का गाया यह गाना आज भी कई विज्ञापनों में प्रयोग किया जाता है।
3- 'दिल चीज क्या है'
उमराव जान का एक ओर गाना 'दिल चीज क्या है' रेखा की सबसे शानदार फिल्मों में से एक है। उमराव जान उनके गानों और डांस के लिए भी जानी जाती है। इस गाने को आशा भोसले ने अपनी आवाज दी है और मोहम्मद जहर खय्याम ने इसका म्युजिक कंपोज किया है।
4- 'रंग बरसे भीगी चुनर वाली'
साल 1981 में आई 'सिलसिला' फिल्म में 'रंग बरसे भीगी चुनर वाली' इस गाने में रेखा को काफी पसंद किया। इस गाने के बिना होली आज भी अधूरी मानी जाती है।
5- 'कैसी पहेली है ये जिंदगानी'
साल 2005 में आई 'परिणीता' फिल्म का गाना 'कैसी पहेली है ये जिंदगानी' में रेखा ने साबित कर दिया कि बढ़ती उम्र खूबसूरती की मोहताज नहीं होती है। इस गाने को सिंगर सुनिधि चौहान ने गाया है।