मशहूर बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर की गिनती उन स्टार्स में होती है जो कि सोशल मीडिया पर काफी सक्रीय रहते है। अपने बेबाक अंदाज़ के लिए पहचाने जाने वाले ऋषि कपूर बिना हिचकिचाए अपनी बात रखते है और सिलसिला बदस्तूर जारी है। 90 के दशक में लाखों लड़कियों के दिल ऋषि कपूर के लिए धड़कते थे। बॉलीवुड के रोमांटिक हीरो की फेहरिस्त में शामिल ऋषि कपूर को अभिनय की कला विरासत में मिली। 4 सितम्बर 1952 को जन्मे ऋषि कपूर ने अपने सिनेमाई सफर की शुरुआत 'मेरा नाम जोकर से की'। इस फिल्म में ऋषि कपूर ने 14 साल के लड़के की भूमिका निभाई जो अपने टीचर से प्यार करने लगता है।
ऋषि कपूर 1955 में आई श्री 420 में बाल-कलाकार के तौर पर नज़र आए। इस फिल्म में नरगिस और राजकुमार ने स्क्रीन शेयर की और दोनों स्टार्स की जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया।
अपने शानदार अभिनय से ऋषि कपूर ने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किये गए। अपने पिता राजकपूर के बैनर तले बनी फिल्म में ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया एक साथ पर्दे पर नज़र आये। डिंपल ने बॉबी के जरिये बॉलीवुड में अपनी पारी की शुरुआत की थी। इस फिल्म का जादू दर्शकों के दिलों-दिमाग पर ऐसा चला कि दोनों सितारों को शोहरत की बुलंदी तक पहुंचा दिया। फिल्म बॉबी के बाद ऋषि कपूर कई फिल्मों में नज़र आये लेकिन दर्शकों को टिकट खिड़की की ओर खींचने में नाकामयाब रही। साल 1975 में 'खेल खेल में' फिल्म ने ऋषि एक बार फिर कामयाबी का स्वाद चखाया।
इस फिल्म में ऋषि कपूर और नीतू कपूर की जोड़ी जबरदस्त हिट रही। 'अमर अकबर एंथनी', 'ज़हरीला इंसान' , 'अनजाने' जैसी फिल्मों में नीतू और ऋषि की जोड़ी ने दस्तक दी। 1977 में आई मल्टीस्टारर फिल्म अमर अकबर एंथनी में ऋषि कपूर ने अकबर इलाहबादी की भूमिका में नज़र आये। 'पर्दा है पर्दा' गीत कव्वाली के तौर पर शुमार है। साल 1977 ने ऋषि कपूर के सिनेमाई सफर को ऊंचाई तक पहुंचाया।
इसी साल ऋषि कपूर ने एक और सुपरहिट 'हम किसी से कम नहीं' फिल्म दी। इस फिल्म में डांसर की भूमिका में ऋषि कपूर का 'बचना ए हसीनो' गाना आज भी सभी के जुबान है। साल 1979 में आई फिल्म सरगम ने उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस फिल्म के लिए अभिनेता को पहली बार फिल्म फेयर अवार्ड से नवाजा गया। 'ओम शांति ओम' , 'कर्ज' जैसी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अपना सिक्का जमाने में कामयाब रहीं। 1982 में आई फिल्म 'प्रेम रोग' में ऋषि कपूर के अभिनय के अलग-अलग अंदाज़ और रूप देखने को मिले। इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्मफेयर अवार्ड से नवाज़ा गया।
1985 में आई 'तवायफ' में अपने बेहतरीन अभिनय की बदौलत उन्होंने एक और फिल्मफेयर अवार्ड अपने नाम किया। 1996 में आई फिल्म 'प्रेम ग्रन्थ' के जरिये उन्होंने निर्माण और निर्देशन की दुनिया में कदम रखा। साल 2000 में आई फिल्म कारोबार बॉक्स ऑफिस पर कमाई के मामले में पीछे रही। साल 2009 में लव आज कल के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया। इसी साल ऋषि कपूर की मुल्क, 102 नॉट आउट रिलीज़ हुई जो कि दर्शकों पर अपना जादू चलने में अकाम्याब रही।
Source : News Nation Bureau