अभिनेत्री शमा सिकंदर ने कास्टिंग काउच से जुड़े अपने एक अनुभव के बारे में खुलासा किया है, जिसे उन्होंने पूरी परिपक्वता और समझदारी से हैंडल करने की कोशिश की. शमा ने आईएएनएस को बताया, मुझे लगता है कि मैं कास्टिंग काउच के बारे में बोलने वाली पहली व्यक्ति थी. आप इसे आज महसूस कर सकते हैं क्योंकि एक 'मी टू' अभियान चला और यह हर किसी को हिला देने के लिए काफी था. लिहाजा अब हर कोई इन मुद्दों पर आसानी से बात कर रहा है लेकिन पहले आप में से कोई भी ऐसा करना नहीं चाहता. सब डरते थे. बाद में सब एक साथ आए और इस मुद्दे पर बोले. यह केवल फिल्म इण्डस्ट्री में नहीं है, बल्कि जहां भी ताकत है वहां यह रहेगा.
हालांकि, शमा कहती हैं कि शो बिजनेस इतना बुरा नहीं हैं, जितना कि लोगों को लगता है. वे यहां कुछ महान लोगों से भी मिलीं हैं. कास्टिंग काउच को लेकर शमा ने कहा, "मेरे कुछ ऐसे अनुभव रहे हैं लेकिन मैंने इसे पूरी परिपक्वता और समझदारी से निपटाया."
उन्होंने आगे कहा, "कोई पुरुष महिला के साथ सोने की कोशिश करता है, यह गलत नहीं है लेकिन उसके लिए महिला की इच्छा शामिल होना जरूरी है. कई लोग इसे बहुत ही गलत तरीके से करते हैं. जो व्यक्ति बीमार मानसिक के होते हैं वह लोगों को पीड़ा पहुंचाने के और भी तरीके खोज लेते हैं." शमा कहती हैं मेडिटेशन ने उन्हें मानसिक तौर पर बहुत मजबूत बनाया और वह बहुत खुश हैं.
Source : IANS/News Nation Bureau