इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न (IFFM) में 'गली बॉय' को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला. अवॉर्ड जीतने के बाद फिल्म की निर्देशक जोया अख्तर ने कहा, 'मैं बहुत ही उत्साहित हूं. मैं इस शाम को नहीं भूलने वाली हूं. एक निर्माता की क्षमता में यह मेरा पहला पुरस्कार है.' असमिया फिल्मकार रीमा दास की फिल्म 'बुलबुल कैन सिंग' को बेस्ट इंडी फिल्म का अवॉर्ड मिला जबकि सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार 'अंधाधुन' के लिए श्रीराम राघवन को मिला.
यह भी पढ़ें- Video: जब बेयर ग्रिल्स ने बाघ मारने के लिए PM Modi को दिया भाला तो मोदी बोले- मेरे संस्कार में ये नहीं
Presenting the IFFM 'Best Film Award' 2019 to the generation defining film, Gully Boy.
Congratulations @zoieakhtar, @ranveersingh, @aliaabhatt!
Presented by Mr Raj Kumar, Mr Damian Trewhella, and Mr Simon Hollingworth@filmvic @visitvictoria @visitmelbourne | #gullyboy pic.twitter.com/NSo0Jn2ETq— @IFFM (@IFFMelb) August 8, 2019
श्रीराम राघवन ने कहा, 'इस पुरस्कार और 'अंधाधुन' को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया के लिए आभारी और अभिभूत हूं. एक फ्रेंच शॉर्ट फिल्म ने इस फिल्म को प्रेरित किया था.' इस क्राइम थ्रिलर फिल्म के लिए तब्बू को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए विजय सेतुपति चुने गए, उन्हें यह पुरस्कार 'सुपर डीलक्स' के लिए मिला.
यह भी पढ़ें- National Film Awards: आयुष्मान और विक्की कौशल ने जीता बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड
Winner of the IFFM2019 'Best Actress' award is the talented and gorgeous #Tabu .
Thanks for years of incredible performances and memories. @filmvic @visitmelbourne @visitvictoria | #IFFM2019AWARDSNIGHT #IFFM2019 #InclusiveScreenCulture #filmvic #tabu pic.twitter.com/4DMTYcdhOW
— @IFFM (@IFFMelb) August 8, 2019
पुरस्कार लेने की बात पर तब्बू ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया में यह मेरा पहला मौका है, लेकिन मैं इसे जिंदगीभर याद रखूंगी. मेरे लिए इसे लिखने के लिए श्रीराम आपका धन्यवाद. यह किरदार महिलाओं के लिए जिस तरह के किरदार लिखे जा रहे हैं या जिन्हें भविष्य में लिखा जाएगा, उसमें बदलाव के लिए एक उत्प्रेरक है.' आईएफएफएम में सुपरस्टार शाहरुख खान को 'एक्सीलेंस इन सिनेमा' का अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया. इस समारोह में करण जौहर के निर्देशन में बनने वाली पहली फिल्म 'कुछ कुछ होता है' के बीस साल के पूरे होने का जश्न भी मनाया गया.
यह भी पढ़ें- जॉन अब्राहम और अक्षय कुमार ने फैंस को दिया तोहफा, फोटो में दिखा Bromance
Indian film festival of Melbourne officially inaugurated by @iamsrk with the #OpeningNight film #BulbulCanSing by @rimadasFilm presented by @PwC !#IFFM #IFFM2019 #IFFMwithSRK #IFFMHonoursSRK pic.twitter.com/mK4mP8meDv
— @IFFM (@IFFMelb) August 9, 2019
करण ने कहा, 'मैं आज यहां बस 'कुछ कुछ होता है' के लिए हूं. मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि मैं वाकई में एक फिल्मकार बन गया हूं. मेरे माता-पिता ने सोचा था कि इस फिल्म व्यवसाय के लिए मैं भावनात्मक रूप से काफी नाजुक हूं. दो शख्स जिनका मेरे ऊपर भरोसा मुझसे ज्यादा रहा वे आदित्य चोपड़ा और शाहरुख खान हैं.'
(इनपुट- आईएएनएस से)
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो