भारतीय मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) ने शनिवार को केंद्र सरकार पर गुजरात चुनावों के मद्देनजर फिल्म 'पद्मावती' की रिलीज में देरी करने का आरोप लगाया।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की प्रतिक्रिया के बाद निर्माताओं ने कहा कि प्रमाणन के लिए उनके अनुरोध को 'तकनीकी कमी' बता कर लौटा दिया गया है।
आईएमपीपीए के अध्यक्ष टी पी अग्रवाल ने कहा, 'मुझे नहीं लगता है, यह कोई तकनीकी मुद्दा है, इसका कारण केंद्र सरकार है, जो गुजरात में चुनावों के कारण इस फिल्म को रिलीज नहीं करना चाहती है।'
अग्रवाल ने दावा किया है कि सेंट्रल बोर्ड ने फिल्म निर्माताओं को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्हें उचित प्रक्रिया के अनुसार जाना को कहा गया है। सभी फिल्मों को प्रमाणित करने के लिए बोर्ड को 68 दिनों की आवश्यकता है। फिल्म निर्माताओं में से कोई भी इस प्रक्रिया का पालन नहीं कर रहा है।
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बता दें शुक्रवार को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) ने तकनीकी कारणों से फिल्म को वापस फिल्ममेकर्स को लौटा दिया था। उनका कहना था कि फिल्म फिर से सेंसर बोर्ड के पास आएगी, तब इसका दोबारा नियमों के अनुसार रिव्यू किया जाएगा।
वहीं, फिल्म को प्रोड्यूस कर रही कंपनी 'वायकॉम 18' मोशन पिक्चर्स के सीओओ अजित अंधारे ने ट्वीट कर 'पद्मावती' की रिलीज डेट आगे बढ़ाए जाने की खबरों को अटकलें करार दिया है।
बता दें राजस्थान की करणी सेना ने भंसाली पर तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। उन्होंने फिल्म की शूटिंग के शुरुआत दौर में सेट को तहस-नहस करने के साथ भंसाली के साथ मारपीट भी की। राजस्थान, मध्य प्रदेश के साथ कई राज्यों में फिल्म का विरोध चल रहा है।
वहीं भंसाली ने कई बार स्पष्टीकरण दिया है कि फिल्म में ऐसा कोई दृश्य नहीं हैं, जो किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाता हो। उन्होंने कहा कि यह फिल्म देखकर राजपूत समुदाय गर्व महसूस करेगा। अफवाह फैलाकर राजपूतों को बेवजह भड़काया जा रहा है।
फिल्म में दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। दीपिका इसमें रानी पद्मावती, शाहिद कपूर उनके पति राजा रतन सिंह और रणवीर सिंह अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभा रहे हैं।
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Source : News Nation Bureau