रामानन्द सागर की रामायण से मशहूर हुए गीतकार और संगीतकार रवीन्द्र जैन (Ravindra Jain) की आज पुण्यतिथि है. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 28 फरवरी 1944 को जन्में रवीन्द्र जैन (Ravindra Jain) के गाने आज भी लोगों को काफी पसंद हैं. रवीन्द्र जैन (Ravindra Jain) ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत फिल्म सौदागर से की थी. इस फिल्म के लिए उन्होंने गाने लिखे भी और गाए भी. साल 1985 में रवीन्द्र जैन (Ravindra Jain) को फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीतकार का फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला. बचपन से ही रवीन्द्र जैन नेत्रहीन थे लेकिन संगीत के प्रति उनका खास लगाव था.
भारतीय टेलीविजन की दुनिया में मील का पत्थर कहे जाने वाले रामानंद सागर द्वारा निर्देशित धारावाहिक 'रामायण' का संगीत भी संगीतकार रवीन्द्र जैन (Ravindra Jain) ने ही दिया था. कहा जाता है कि जब टीवी पर रामायण प्रसारित होता था तो सड़क पर लोग दिखाई नहीं देते थे. सभी अपने घर में इस मशहूर शो का आनंद लेते थे. यहां देखिए रवीन्द्र जैन के कुछ मशहूर गीत...
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रामायण- रामानंद सागर
फेमस धारावाहिक रामायण के गाने 'हर हर महादेव जय भवानी पापियों के नाश को धर्म के प्रकाश को राम जी की सेना चली...' को लोगों ने काफी पसंद किया.
राम तेरी गंगा मैली (1985)
इस फिल्म का 'सुन साहिबा सुन प्यार की धुन' गाना बहुत मशहूर हुआ था. इस गाने के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला.
अंखियों के झरोखों से (1978)
अंखियों के झरोखों से, मैंने देखा जो सांवरे तुम दूर नज़र आए, तुम (बड़ी) दूर नज़र आएबंद करके झरोखों को, जरा बैठी जो सोचनेमन में तुम्हीं मुस्काए, मन में तुम्हीं मुस्काए अँखियों के झरोखों से...
विवाह (2006)
मुझे हक है तुझको जी भर के मैं देखूं मुझे हक है बस यूँ ही देखता जाऊँ मुझे हक है पिया-पिया पिया-पिया बोले मेरा जिया
नदिया के पार (1982)
इस फिल्म का गाना 'कौन दिसा में ले के चला रे बटुहिया' लोगों को काफी ज्यादा पसंद आया था.
भारतीय टेलीविजन की दुनिया में मीलपत्थर कहे जाने वाले रामानंद सागर द्वारा निर्देशित धारावाहिक 'रामायण' का संगीत भी संगीतकार रवीन्द्र जैन (Ravindra Jain) ने ही दिया था. इसके बाद से वे भारत के घर घर में पहचाने जाने लगे. आपको बता दें कि बहुत कम उम्र से ही रवीन्द्र जैन मंदिरों में जाकर भजन गाने लगे थे. उनकी इसी प्रतिभा को देखकर पिता ने उन्हें संगीत की विधिवत् शिक्षा के लिए प्रेरित किया था. 9 अक्टूबर 2015 के दिन रवीन्द्र जैन (Ravindra Jain) ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
Source : News Nation Bureau