बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता कादर खान का निधन हो गया है. पीटीआई की खबर के मुताबिक उन्होंने 81 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. वे लंबे समय से बीमारी से ग्रस्त थे. पूरी दुनिया को हंसाने वाले कादर खान ने कनाडा के टोरंटो के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, जहां उन्होंने आखिरी सांसें ली. प्राप्त जानकारी के अनुसार कादर खान का पार्थिव शरीर टोरंटो में ही दफनाया जाएगा. कादर का जन्म अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में 22 अक्टूबर, 1937 को हुआ था.
कादर खान के निधन की खबर उनके बेटे सरफराज ने पीटीआई को दी. गौरतलब है कि कादर खान को प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर नाम की परेशानी थी, इस बीमारी की वजह से उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था. वे अभिनय के साथ-साथ फिल्में भी लिखा करते थे.
कादर खान ने अपने फिल्मी करियर में 300 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया. जिनमें से करीब 250 फिल्मों में उन्होंने डायलॉग भी दिए. कादर खान ने धर्म वीर, गंगा जमुना सरस्वती, कुली, देश प्रेमी, सुहाग, अमर अकबर एंथनी, ज्वालामुखी, शराबी, लावारिस, मुकद्दर का सिकंदर जैसी कई फिल्मों की कहानी लिखीं. इसके अलावा उन्होंने कुली नंबर 1, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, कर्मा, सल्तनत जैसी अनेकों फिल्मों के डायलॉग लिखे.
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि कादर खान ने कई अभिनेताओं का करियर बना दिया. उनके लिखे डायलॉग्स बोलकर कई अभिनेताओं की किस्मत चमक गई और वे सुपरस्टार बन गए. अमिताभ बच्चन से गोविंदा तक और राजेश खन्ना से लेकर जितेंद्र तक बड़े-बड़े एक्टरों ने कादर खान के डायलॉग्स से ही दर्शकों के दिल में घर कर लिया.
कादर खान को 3 Filmfare Award भी मिले थे. उन्हें पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड फिल्म मेरी आवाज सुनो में बेस्ट डायलॉग के लिए मिला. फिल्म बाप नंबरी, बेटा दस नंबरी में जबरदस्त कॉमेडी के लिए उन्हें दूसरा अवॉर्ड मिला. जबकि आखिरी फिल्मफेयर अवॉर्ड उन्हें फिल्म अंगार के बेस्ट डायलॉग के लिए दिया गया था.
Source : News Nation Bureau