अभिनेत्री कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच शुरू हुई बयानबाजी का असर अब देश के कई हिस्सों में देखने को मिल रहा है. कंगना के साथ जहां एक तरफ कई राजनेता खड़े दिख रहे तो वहीं दूसरी तरफ करणी सेना भी खुलकर अभिनेत्री के सपोर्ट में आ गई है. करणी सेना लगातार शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है. करणी सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि वो अपने आखिरी सांस तक कंगना के साथ हैं.
करणी सेना ने महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना को चेतावनी दी है कि अगर कंगना रनौत के खिलाफ कोई भी कार्रवाई की गई तो करणी सेना बड़ा आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि वे हरियाणा में शिवसेना का पूर्ण रूप से विरोध करेंगे. करणी सेना पूर्ण रूप से कंगना रनौत के साथ है. वह कंगना के साथ कुछ भी गलत नहीं होने देंगे. वहीं, अगर महाराष्ट्र सरकार कुछ गलत करती है, तो वह समय और जगह बता कर करें.
और पढ़ें: 'पानी में रहकर मगरमच्छ से बैर' पर कंगना का जवाब, बोलीं- धड़ियाल बन लोकतंत्र का कर रहे चीरहरण...
बत दें कि रविवार को करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने कंगना रनौत से मुलाकात की. इस मौके पर उनके साथ महाराष्ट्र अध्यक्ष जीवनसिंह सोलंकी भी मौजूद रहे. वहीं कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल ने रविवार दोपहर राजभवन में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर अपने और सत्तारूढ़ दल शिवसेना के बीच तनाव के मुद्दे पर बात कीं.
गौरतलब कि कि कंगना और राज्य सरकार के बीच तनाव तब शुरू हुआ जब उन्होंने मुंबई के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की. कंगना ने मुंबई शहर की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर से की और शहर की पुलिस फोर्स को 'झूठा' कहा.
ये भी पढ़ें: BJP में शामिल हो सकती हैं कंगना, राज्यपाल से मिलने के बाद कमल लेकर निकली बाहर
इसके बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कथित तौर पर कहा था कि अभिनेत्री को "मुंबई में रहने का कोई अधिकार नहीं है". वहीं शिवसेना नेता संजय राउत और कंगना के बीच तीखी टिप्पणियां होने के बाद बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने उनके ऑफिस की इमारत में तोड़फोड़ की. इसी दौरान कंगना 9 सितंबर को केंद्र सरकार द्वारा दी गई वाई-प्लस सुरक्षा के बीच मुंबई पहुंची थीं.
Source : News Nation Bureau