अभिनेत्री कंगना रनौत ने आखिरकार दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई हिंसा के मामले में अपने विचार रखते हुए कहा कि घटना को राष्ट्रीय और राजनीतिक का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए. अपनी आने वाली फिल्म 'पंगा' के प्रचार के मौके पर मीडिया से बात करते हुए अभिनेत्री ने कहा, 'जेएनयू में छात्रों पर हुई हिंसा की वर्तमान में जांच चल रही है. यह समझा जाता है कि विश्वविद्यालय में दो पक्ष हैं.'
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याद किए होस्टल की यादें
कंगना ने चंडीगढ़ में अपने कॉलेज के दिनों में हुए गैंगवॉर को याद करते हुए कहा, 'कॉलेज समय में गैंगवॉर (दो गुटों के बीच लड़ाई) होना आम बात है. मैं छात्रावास में रहती थी, लड़कों का होस्टल भी बगल में था.' उन्होंने आगे कहा, 'वहां लोगों का दिन दहाड़े पीछा किया गया और उनकी हत्या कर दी गई. एक लड़का एक बार हमारे छात्रावास में कूद गया था और भीड़ द्वारा मारे जाने वाला था, लेकिन हमारे छात्रावास प्रबंधक ने उसे बचा लिया.'
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पुलिस लगाए दो-चार थप्पड़
उन्होंने आगे कहा, 'पुलिस को चाहिए कि वह अपराधियों को हिरासत में ले और प्रत्येक को चार थप्पड़ लगाए. इस प्रकार के लोग हर जगह मिलते हैं, हर गली और कॉलेज में. इसे राष्ट्रीय मुद्दा नहीं बनाना चाहिए, क्योंकि वे इस लायक ही नहीं हैं.'
Source : IANS