सुशांत राजपूत (Sushant Rajput) के इस दुनिया से गए 50 दिन हो गए हैं. लेकिन अभी भी परिजन न्याय की आस में हैं. अभी तक मुंबई पुलिस ने इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की है. जबकि दर्जनों नामी गिरामी लोगों से पूछताछ की गई है.
सुशांत राजपूत के पिता ने निराश होकर बिहार पुलिस के पास एफआईआर दर्ज कराया. जिसके बाद पुलिस ने अपना काम शुरू किया. अब कई लोग इस जांच में रोड़ा अटकाने में लगे हुए हैं. मुंबई पुलिस का रवैया भी बिहार पुलिस के लिए सकारात्मक नहीं है. वो बिहार पुलिस की मदद नहीं कर रही है.
जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने सुशांत राजपूत केस पर कहा कि मुंबई पुलिस को राजनीति छोड़कर कर बिहार पुलिस की मदद करनी चाहिए.
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उन्होंने आगे कहा कि बिहार सरकार सीबीआई जांच के विरुद्ध नही है. हमारा मानना है कि जब बिहार पुलिस कॉम्पेटेंट अथॉरिटी की तरह काम कर रही है ,तब बिहार पुलिस को क्यों कमज़ोर किया जाए. उसके बाद भी मुख्यमंत्री का व्यक्तव है की उनके पिता चाहेंगे तो बिहार सरकार सीबीआई जांच के लिए आदेश जारी कर सकती है.
केसी त्यागी ने आगे कहा कि सर्वविदित है एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं के मुम्बई के बड़े फ़िल्म अभिनेताओं से सौहार्द पूर्ण रिश्ते हैं. रोज़ ब्याह शादियों समारोह में ये कंधे से कंधे मिला कर काम करते रहे है और पुलिस भी इनके सहयोगी की भूमिका निभाती है.ये एक बड़ा डर शुशांत सिंह के परिवार जनों को है कि इस त्रिकोण के चलते न्याय मिलना संभव नहीं है.
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उन्होंने आगे कहा कि प्रारंभिक दौर में जिनसे पूछताछ की गई वो नामी गिरामी लोग है, उनके रिश्ते पुलिस और सरकार के नेताओ से भी है. इसलिए बिहार पुलिस की उपस्थिति उन्हें असहज दिख रही है. ये एक क्रिमिनल केस है इसका राजनीति से कोई रिश्ता नहीं है.
Source : News Nation Bureau