एक्ट्रेस सनी लियोनी और उनके पति डेनियल वेबर उस वक्त चर्चा में आ गए, जब उनके खिलाफ चीटिंग का मामला सामने आया. जिसमें कहा गया कि उन्होंने परफॉर्मेंस के लिए पैसे तो ले लिया, लेकिन फिर परफॉर्म करने से मना कर दिया. ऐसे में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी. जिस पर एक्ट्रेस ने भी खुद की बेगुनाही के लिए याचिका दायर की थी. जिस पर हाल ही में सुनवाई करते हुए कार्यवाही पर रोक लगा दी गई है. जिसके बाद से ये मामले एक बार फिर चर्चा में आ गया है.
गौरतलब है कि चार साल पहले कोझिकोड में स्टेज परफॉर्मेंस के लिए एक फर्म के साथ किए गए कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों को भंग करने के बावजूद 39 लाख रुपये लेने के खिलाफ क्राइम ब्रांच में सनी लियोनी पर एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. जिसके खिलाफ एक्ट्रेस ने याचिका दायर कर प्राथमिकी को रद्द कराने की मांग की थी. इस याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस जियाद रहमान ने कार्यवाही पर रोक लगा दी. एक्ट्रेस ने अपनी याचिका में खुद पर, अपने पति और अपने कर्मचारी के खिलाफ आरोपों को खारिज कर दिया था.
उनके द्वारा दावा किया गया है कि वे आज तक किसी भी अपराध में शामिल नहीं थे. साथ ही कहा गया कि जब उनके खिलाफ कोई सामग्री या स्पष्ट सबूत नहीं मिले हैं, तो उन्हें मुकदमे की लंबी प्रक्रिया का सामना क्यों करना पड़ रहा है, जिससे उन्हें अपूरणीय क्षति हो रही है.
HIGHLIGHTS
- सनी लियोनी के खिलाफ चीटिंग केस में हुई थी एफआईआर
- एक्ट्रेस ने खुद की बेगुनाही साबित करने के लिए दायर की थी याचिका
- जस्टिस ने कार्यवाही पर लगाई रोक
Source : News Nation Bureau