किशोर कुमार का आज 88वां जन्मदिन है। ऐसे में टीवी, सोशल मीडिया पर केवल और केवल वही छाए हुए हैं। यहां तक की रेडियो पर भी उन्हीें के गानों की धूम है। खैर, इसके साथ ही पिछले दिनों मीडिया की सुर्खियां बनने वाली कि किशोर कुमार का पुश्तैनी घर जल्द ही टूटने वाला है, इन अटकलों पर भी पूर्ण विराम लग गया है।
हाल ही में मध्य प्रदेश के खंडवा में मौजूद किशोर कुमार के घर को कुछ दिन पहले तोड़ने का आदेश प्रशासन ने जारी किया था, लेकिन अब किशोर कुमार की ये अजीज निशानी उनके चाहने वालों के लिए बरकरार रहेगी ।
हर दिल अजीज किशोर दा की गायकी के तो लोग दीवाने हैं ही उनके चाहने वाले उनकी निशानियों को देखने के लिए एमपी में उनके पुश्तैनी गांव खंडवा का रुख करते हैं।
लेकिन कुछ दिन पहले आई एक खबर ने किशोर दा के फैंस का दिल तोड़ दिया। जी हां, उनके घर गांगुली हाउस को तोड़ने का फरमान जारी कर किया गया था। 4 अगस्त को किशोर कुमार का जन्मदिन होता है और नगर निगम ने जब उनके घर पर नोटिस चिपका दिया तो हर कोई मायूस हो गया। आखिर खंडवा कलेक्टर ने किशोर कुमार के घर को तोड़ने पर रोक लगा दी है।
किशोर कुमार को उनके घर से काफी लगाव था
बता दें ये घर किशोर दा का 100 बरस पुराना घर है। किशोर के समय से यहां एक चौकीदार सीताराम मकान की देखभाल करते रहे हैं। सीताराम का कहना है कि किशोर कुमार को उनके घर से काफी लगाव था और वो कहा करते थे कि वो मुंबई में नहीं, बल्कि अपने घर में आखिरी समय गुजारेंगे। मकान के अगले हिस्से में कुछ दुकाने किराए पर दी हुई हैं। पिछले हिस्से में आज भी किशोर कुमार का कुछ सामान रखा है मंदिर भी यहीं मौजूद हैं।
मौसिकी की दुनिया के वो फनकार
किशोर कुमार मौसिकी की दुनिया के वो फनकार थे, जिन्होंने 40 साल तक अपनी सदाबहार आवाज से फिल्मों को गुलजार किया। इनकी गायकी की खासियत थी हरफनमौला अंदाज जिसकी नकल करने की कोशिशें, तो खूब हुईं, लेकिन कोई भी कामयाब नहीं हो सका।
किशोर कुमार बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों को अपनी आवाज देने के लिए जाने जाते हैं। सुपरस्टार राजेश खन्ना के लिए उन्होंने प्यार दीवाना होता है।
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के लिए याद करेगी दुनिया इसके साथ ही हर सितारा किशोर कुमार की गायकी रोशन हुआ।
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फिल्म 'जिद्दी' से पहली बार किशोर कुमार को गाने का मौका मिला
1948 में बनी फिल्म 'जिद्दी' में पहली बार किशोर कुमार को गाने का मौका मिला। जिसमें उन्होंने देव आनंद के लिए गाना गाया, 1940 से 1980 के बीच के अपने करियर के दौरान उन्होंने 574 से ज्यादा गाने गाए।
बंगाली, मराठी, असमिया, गुजराती, कन्नड़, भोजपुरी, मलयालम, उड़िया और उर्दू सहित कई भाषाओं में गाया था। इसके साथ ही उन्होंने सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के लिए 8 फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीते।
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81 फिल्मों में अभिनय और 18 फिल्मों का निर्देशन किया
किशोर कुमार ने 81 फिल्मों में अभिनय किया और 18 फिल्मों का निर्देशन भी किया। किशोर कुमार ने बतौर अभिनेता शिकारी फिल्म (1946) से अपनी शुरुआत की। 1954 में बिमल राय की 'नौकरी' में अभिनय का हुनर दिखाया था।
30 साल पहले किशोर कुमार ने इस जहां को अलविदा कहकर, करोड़ों दिलों का दिल तोड़ दिया था।
Source : News Nation Bureau