अमीर और खूबसूरत लोगों को किस बात की कमी होती है, शायद किसी भी चीज़ की नहीं. लेकिन क्या आपको पता है कि बेशुमार दौलत होने के बाद भी कुछ लोग 'चोरी' करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुराने जमाने की बड़ी से बड़ी अभिनेत्री नर्गिस और रेखा जैसी बड़ी अदाकारा को भी 'चोरी करने की आदत थी. आपको बता दें कि यह चोरी करने की आदत दरअसल एक मनोवैज्ञानिक बीमारी है. जिसमें इंसान चाह कर भी चोरी करने की इच्छा पर काबू नहीं कर पाता है. वो चाहे अपने आप को रोक ले, लेकिन उसका खुद पर कंट्रोल नहीं रहता. इस बीमारी को 'क्लेप्टोमेनिया' नाम दिया गया है. बॉलीवुड में कई सारे ऐसे बड़े सितारे हैं जिन्हे ये बिमारी रह चुकी है.
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क्या है क्लेप्टोमेनिया ?
क्लेप्टोमेनिया इंपल्स कंट्रोल डिसऑर्डर (impulse control disorder) है, जिसमें व्यक्ति चोरी करने की इच्छा पर काबू नहीं कर पाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शब्द को फ्रेंच साइकायट्रिस्ट Esquirol और Marc ने 19वीं शताब्दी में दिया था. इस मनोवैज्ञानिक बीमारी में मरीज बार-बार चोरी करता है. आमतौर पर इस चोरी में शामिल चीजों की कीमत बहुत कम होती है और मरीज को इसकी जरूरत भी नहीं होती.
लक्षण
-गैर-जरूरी चीजों को चोरी करने की बहुत जल्दी होना
-ऐसी भावना महसूस करना, जो टेंशन , इंसान को उत्साह करके चोरी करने पर मजबूर करे
-चोरी करने पर खुशी , संतुष्ट महसूस करना
-हर चोरी के बाद गिरफ्तारी का डर, शर्म, पश्चाताप, जैसी भावना महसूस करना
-चोरी करने की बार-बार इच्छा करना
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क्लेप्टोमेनिया का इलाज -
आमतौर पर क्लेप्टोमेनिया की बीमारी अपने आप ठीक नहीं होती है. इसके लिए आपको किसी प्रोफेशनल की मदद लेनी पड़ती है. लेकिन, सबसे पहले मरीज को यह मानना होगा कि उसे चोरी करने की आदत है और वह इसे बताने के लिए तैयार है. इसके बाद एंटी-डिप्रेसेंट व एंटी-एडिक्शन दवाओं का लेना कोवर्ट सेंसिटाइजेसन, एवर्शन थेरेपी जैसी साइकोथेरेपी की मदद आप ले सकते हैं.