संजय खान, जो बॉलीवुड इंडस्ट्री में बतौर एक्टर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर मशहूर हुए. उन्होंने अपने करियर में कई शानदार फिल्में दी. फिर एक वक्त ऐसा भी आया कि उनकी बिग बजट फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर औसत कमाई की. जिसके बाद संजय ने फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली. फिर छोटे पर्दे पर वापस लौटे, लेकिन एक हादसे ने उन्हें मौत के मुंह में डाल दिया. जिससे बाहर निकले, तो सीधे पवनपुत्र हनुमान के दरबार में पहुंचे. एक मुस्लिम होने के बावजूद हनुमान भक्त बन जाना बड़ी बात थी, ऐसे में आज हम उनके जन्मदिन के मौके पर आपको इस बारे में बताने वाले हैं.
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गौरतलब है कि एक्टर ने 1964 में आयी फिल्म 'हकीकत' से बॉलीवुड इंडस्ट्री में कदम रखा था. जिसके बाद उन्होंने कई बेहतरीन फिल्में की. करियर में बतौर एक्टर सफल होने के बाद सन् 1977 में उन्होंने निर्देशन और प्रोडक्शन में भी हाथ आजमाया. उन्होंने फिल्म 'चांदी सोना' को डायरेक्ट और प्रोड्यूस किया. साथ ही लीड एक्टर के तौर पर काम भी किया. फिर सन् 1980 में उन्होंने फिल्म 'अब्दुल्ला' पर काम किया, जो उस समय की बिग बजट फिल्म साबित हुई. लेकिन पर्दे पर इसे सफलता हासिल नहीं हुई. इसके बाद उन्होंने ब्रेक लिया, जो थोड़ा नहीं बल्कि 10 साल लंबा चला.
ब्रेक के बाद साल 1990 में उन्होंने टीपू सुल्तान के जीवन पर आधारित टीवी सीरीज 'द स्वॉर्ड ऑफ टीपू सुल्तान' से वापसी की. जिसका डायरेक्शन उन्होंने खुद किया और खुद ही टीपू सुल्तान के किरदार में नजर आए. लेकिन इसी सीरीज की शूटिंग के दौरान सेट पर अचानक आग लग गई. हादसा इतना भयानक था कि 40-50 लोगों की मौत हो गई. वहीं, संजय खान भी इस कदर घायल हुए कि उनके बचने की भी गुंजाइश नहीं थी. फिर डॉक्टरों ने करीब 73 सर्जरी की और तब जाकर उनकी जान बच पाई. इस बीच उन्हें काफी समय तक अस्पताल में ही रहना पड़ा था. लेकिन इस दौरान डॉक्टरों ने कह दिया था कि वह अब एक्टिंग नहीं कर पाएंगे. लेकिन सर्जरी के बाद संजय सेट पर लौटे और सीरीज की शूटिंग पूरी की. दर्शकों की तरफ से इस सीरीज को काफी प्यार भी मिला.
इसी हादसे से संजय खान की जिंदगी में राम लला हनुमान का चैप्टर शुरू हुआ. दरअसल, घटना के बाद संजय की मुलाकात एक पुजारी से हुई, जिसने बताया कि जब वह अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे थे, तो वह उनकी सलामती के लिए हनुमान जी से प्रार्थना कर रहे थे. इसके बाद पुजारी ने एक्टर को हनुमान मंदिर में आने के लिए कहा, जो कि जयपुर के समोद पैलेस के पास था. वहीं, संजय खान भी बात को न टालते हुए मंदिर पहुंचे. साथ ही भगवान हनुमान के बारे में जानना चाहा. फिर बजरंग बली की भक्ति इस कदर उनके दिमाग पर चढ़ी कि उन्होंने 1997 में उन पर एक टीवी शो बनाया, जिसका नाम रखा- 'जय हनुमान'. यह शो भी हिट साबित हुआ और लोगों ने इसे खूब पसंद किया.
HIGHLIGHTS
- संजय खान का है आज जन्मदिन
- मुस्लिम होने के बावजूद बन गए थे हनुमान भक्त
- इस हादसे के बाद बदल गई थी जिंदगी