बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस नूतन समर्थ बहल, जिन्हें नूतन के नाम से जाना जाता है, का 40 सालों का शानदार फिल्मी करियर रहा हैं. जिसमें 70 से अधिक फिल्में शामिल हैं. उन्होंने अपना करियर अपनी शर्तों पर बनाया और 14 साल की उम्र में फिल्म 'हमारी बेटी' से एक्टिंग शुरू कर दिया. जब वह 17 वर्ष की थीं, तब तक वह हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बना चुकी थीं. एक्ट्रेस फिल्मी परिवार से थीं क्योंकि उनका जन्म बॉलीवुड एक्ट्रेस शोभना समर्थ और फिल्म निर्देशक कुमारसेन समर्थ के घर हुआ था.
इन बेहतरीन फिल्मों में किया काम
नूतन ने नगीना, सौदागर, कर्मा, बंदिनी और अन्य फिल्मों में शानदार भूमिका निभाईं और 1974 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जबकि उनका जीवन एक खुली किताब जैसा रहा है, उनकी 28वीं पुण्य तिथि पर आइए महान एक्ट्रेस नूतन के बारे में कुछ अज्ञात तथ्यों पर एक नजर डालते हैं. नूतन ने 11 अक्टूबर 1959 को नौसेना के लेफ्टिनेंट-कमांडर रजनीश बहल से शादी की. उनकी शादी से उन्हें एक बेटा हुआ, जिसे हम मोहनीश बहल के नाम से जानते हैं.
नूतन की मौत के बाद रिलीज हुईं ये दो फिल्में
नूतन ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 1959 में की जब वह 14 वर्ष की थीं लेकिन उन्होंने पहली बार 1986 की ब्लॉकबस्टर फिल्म कर्मा में सुपरस्टार दिलीप कुमार के साथ एक्टिंग किया. कानून अपना अपना (1989) उनके जीवित रहते रिलीज होने वाली आखिरी फिल्म थी. ऐसा कहा जाता है कि उनकी दो फिल्में- फिल्म नसीबवाला और इंसानियत उनकी मृत्यु के बाद रिलीज हुईं. दिलचस्प बात यह है कि ऐसा कहा जाता है कि इंसानियत का हिस्सा रहे विनोद मेहरा की भी फिल्म की शूटिंग के दौरान मृत्यु हो गई थी.
संजीव कुमार को पड़ा था जोरदार थप्पड़
जब नूतन के दो बच्चे हुए तो उनके और संजीव कुमार के अफेयर की अफवाहें फैलने लगीं. ऐसे में जब नूतन को इस बात का पता चला कि यह अफवाह कोई और नहीं बल्कि संजीव कुमार फैला रहे हैं तो वह आगबबूला हो गईं. उन्होंने संजीव कुमार को सरेआम थप्पड़ मार दिया था, जिसके बाद उन्होंने कभी संजीव कुमार से बात नहीं की.
ब्रेस्ट कैंसर बना मौत का कारण
उनकी मृत्यु का कारण स्तन कैंसर था. 1990 में उन्हें इस बीमारी का पता चला और 1991 में ब्रीच कैंडी अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई. उनके पति रजनीश की बाद में 2004 में एक अग्नि दुर्घटना में मृत्यु हो गई.
Source : News Nation Bureau