बॉलीवुड के कई फिल्म मेकर्स की इंस्पिरेशनल स्टोरीज हैं, जिन्होंने शानदार फ़िल्में बनाने के लिए सब कुछ दांव पर लगा दिया, जहां कई फिल्म मेकर्स ने जबरदस्त सफलता हासिल की है, वहीं मनोज कुमार फिल्म मेकिंग के लिए इतने डेडिकेटेड थे की वह कुछ भी कर गुजरने को तैयार थे. दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार आज अपना 87वां जन्मदिन मना रहे हैं, आइए इस मौके पर जानते हैं अभिनेता से जुड़ी कुछ खास बातें. रिपोर्ट के अनुसार, दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार ने अपनी एक फिल्म के लिए मुंबई के जुहू में अपना बंगला बेच दिया था. उन्होंने उस ज़मीन पर एक विशेष थिएटर बनाने की कल्पना की थी, हालांकि, साल 1981 की फिल्म क्रांति के लिए, उन्होंने अपनी संपत्ति बेच दी और अकेले ही फिल्म का पूरा खर्च उठाया.
फिल्म क्रांति के लिए बेच दिया बंगला
ये फिल्म थी क्रांति, जो बॉक्स ऑफिस पर एक शानदार सफल साबित हुई. इस फिल्म में मनोज कुमार, दिलीप कुमार, शशि कपूर, हेमा मालिनी, शत्रुघ्न सिन्हा, प्रेम चोपड़ा, परवीन बॉबी, सारिका और निरूपा रॉय जैसे कई सितारे शामिल थे. क्रांति ने ब्रिटिश राज के खिलाफ़ एकजुट हुए क्रांतिकारी किसानों की कहानी को पेश किया. फिल्म ने अपने दमदार म्यूजिक और हार्ट टचिंग फीलिंग से आडियंस को खूब प्रभावित किया. क्रांति हिंदी सिनेमा की बेहतरीन फिल्मों में से एक मानी जाती है. मनोज कुमार की डायरेक्शन में बनी इस फिल्म का स्क्रीन प्ले जावेद अख्तर, सलीम खान और खुद मनोज कुमार ने लिखी है.
फिल्म ने जबरदस्त सफलता हासिल की
यह फिल्म 13 फरवरी, 1981 को रिलीज हुई थी और सिनेमाघरों में जबरदस्त ऑडियंस को आकर्षित किया था. यह जल्द ही अपने समय की सबसे तेजी से कमाई करने वाली फिल्म बन गई, जिसने मुंबई और दक्षिण भारत को छोड़कर अधिकांश सर्किट में कई रिकॉर्ड स्थापित किए. रिपोर्ट के अनुसार, क्रांति ने बॉक्स ऑफिस पर 16 करोड़ रुपये की कमाई की. फिल्म ने 26 अलग-अलग केंद्रों में सिल्वर जुबली मनाकर उपलब्धियां हासिल की, जिसमें मिर्जापुर और जूनागढ़ जैसे कम प्रसिद्ध स्थान शामिल हैं. सिनेमा के इतिहास में केवल सीमित संख्या में फिल्में ही 25 से अधिक केंद्रों में जयंती मनाने का मील का पत्थर हासिल कर पाई हैं.
उनकी भूमिका ने उन्हें स्टारडम तक पहुंचाया
मनोज कुमार हिंदी फिल्म उद्योग में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं. वह शहीद, रोटी कपड़ा और मकान, मैदान-ए-जंग, उपकार, पूरब और पश्चिम, शोर और मेरा नाम जोकर सहित कई सफल फिल्मों का हिस्सा रहे हैं. अभिनेता ने 1957 की फिल्म फैशन से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की, लेकिन 1961 की फिल्म कांच की गुड़िया में सईदा खान के साथ उनकी भूमिका ने उन्हें स्टारडम तक पहुंचाया.
Source : News Nation Bureau