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Happy Birth Aditya Raj: जब फेल होने के बाद आदित्य राज ने छोड़ दी इंडस्ट्री, 67 की उम्र में बने परिवार के पहले ग्रेजुएट

दिवंगत अभिनेता शम्मी कपूर के बेटे आदित्य कपूर आज अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस मौके पर आइए आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं.

Updated on: 30 Jun 2024, 03:35 PM

नई दिल्ली:

कपूर खानदान में कई ऐसे लोग हैं जो सिल्वर स्क्रीन पर आने के बावजूद अपने परिवार के सदस्यों की तरह मशहूर नहीं हो पाए. इन्हीं में से एक हैं दिवंगत अभिनेता शम्मी कपूर और गीता बाली के बेटे आदित्य राज कपूर. उन्होंने फिल्मी दुनिया में अपना बेस्ट देने की कोशिश तो की, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया, जिसके बाद अभिनेता ने दोबारा पढ़ाई करने का फैसला किया और 67 साल की उम्र में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की. 

आदित्य राज कपूर ने 67 की उम्र में ग्रेजुएशन की

पिछले साल आदित्य ने खुलासा किया था कि उन्होंने 60 साल की उम्र में अपनी पढ़ाई फिर से शुरू की और ग्रेजुएशन पूरा किया. इस तरह वह कॉलेज की शिक्षा पूरी करने वाले कपूर परिवार के पहले सदस्य बन गए हैं. एक बार रणबीर कपूर ने भी इस बारे में कहा था कि परिवार से कोई भी 12वीं से आगे की पढ़ाई नहीं कर पाया है. आदित्य मुंबई से गोवा चले गए हैं और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री पूरी की. 

61 साल की उम्र में फिर से पढ़ाई शुरू की

एक इंटरव्यू में उन्होंने ने कहा कि "मेरे पास पढ़ाई करने के सभी अवसर थे, लेकिन मैंने उनका लाभ नहीं उठाया. इतने सालों में मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ. लेकिन यह काफी नहीं था, जब मैंने अपने भीतर खालीपन महसूस किया, तभी मुझे वैल्यू एजुकेशन के इम्पॉटेंट का एहसास हुआ. उन्होंने 61 साल की उम्र में फिर से पढ़ाई शुरू की और अपनी बेटी तुलसी की मदद से वह कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान कुछ परीक्षाएं चूक गए. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और वह 59% अंकों के साथ ग्रेजुएशन पास कर लिया.  

राज कपूर के असिस्टेंट की तरह काम किया

आदित्य ने 70 के दशक में एक सहायक निर्देशक के रूप में अपना पेशेवर करियर शुरू किया था. आदित्य ने बॉबी जैसी फिल्मों में चाचा राज कपूर के असिस्टेंट बन काम किया, और सत्यम शिवम सुंदरम (1978), गिरफ़्तार (1985), और साजन (1991) में सहायक निर्देशक के रूप में फिर से काम किया. 2007 में उन्होंने डोंट स्टॉप ड्रीमिंग और सांभर सालसा फिल्मों के साथ एक लेखक-निर्देशक के रूप में अपनी वापसी की.

हालांकि, फ़िल्में असफल रहीं, जिसके बाद उन्होंने 2010 में चेस से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और बाद में यमला पगला दीवाना 2 और कुछ अन्य फिल्मों में भी काम किया. वह आखिरी बार 2015 में आशुतोष गोवारिकर की टीवी सीरीज़ एवरेस्ट में स्क्रीन पर दिखाई दिए थे.