अपनी दमदार एक्टिंग और खलनायकी वाले रोल से लोगों को डराने वाले दिग्गज अभिनेता प्राण का आज 99वां जन्मदिन है. 12 फरवरी 1920 को दिल्ली के बल्लीमारन इलाके में जन्में प्राण का बचपन का नाम प्राण कृष्ण सिकंद था जो कि फिल्मों में आने के बाद सिर्फ प्राण रह गया. प्राण बचपन से ही पढ़ने लिखने में काफी होशियार थे. बहुत कम ही लोग जानते हैं कि प्राण को बचपन से ही फोटोग्राफर बनने का शौक था लेकिन जब राइटर मोहम्मद वली की पहली नजर प्राण पर पड़ी तो उन्होंने देखते ही उन्हें अपनी पंजाबी फिल्म 'यमला जट' के लिए साइन कर लिया.
प्राण की यह पहली फिल्म थी जो कि हिट हुई. बंटवारे के बाद प्राण मुंबई आए और अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की. शुरुआती दिनों उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा. एक ऐसा भी समय आया जब प्राण अपनी हिम्मत पूरी तरह हार गए थे. इस मुश्किल घड़ी में उनकी मुलाकात सआदत हसन मंटो से हुई. जिन्होंने देव आनंद की फिल्म "जिद्दी" में उन्हें रोल दिलवाया. फिल्म में प्राण विलेन की भूमिका में नजर आए. इस फिल्म के बाद प्राण ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने अपने फिल्मी करियर के दौरान 400 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया.
प्राण के करियर की प्रमुख फिल्मों में कश्मीर की कली, खानदान, औरत, बड़ी बहन, जिस देश में गंगा बहती है, हॉफ टिकट, उपकार, पूरब और पश्चिम और डॉन हैं. पर्दे पर प्राण की दमदार अदाकारी को देखने के बाद लोग उन्हें रियल लाइफ में भी विलेन मानने लगे थे.
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि फिल्म "जंजीर" के किरदार "विजय" के लिए अमिताभ बच्चन का नाम निर्देशक प्रकाश मेहरा को प्राण ने ही सुझाया था. इस किरदार को पहले देव आनंद और धर्मेंद्र ने निभाने से मना कर दिया था. प्राण ने अमिताभ की दोस्ती के चलते ही "शेरखान" का किरदार निभाया था. वैसे दोनों ही दिग्गज अभिनेता ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया. जिनमें 'ज़ंजीर', 'डान', 'अमर अकबर अन्थोनी', 'मजबूर', 'दोस्ताना', 'नसीब', 'कालिया' और 'शराबी' जैसी फिल्में महत्वपूर्ण हैं.साल 1945 में प्राण की शादी शुक्ला से हुई जिनसे उन्हें दो बेटे अरविंद और सुनील व एक बेटी पिंकी हुईं.
Source : News Nation Bureau