बॉलीवुड की बेहतरीन एक्ट्रेस में से एक रहीं ललिता पवार (Lalita Pawar) का आज जन्मदिन है. ललिता पवार ने अपने करियर में 700 से ज्यादा फिल्में की हैं. रामायण (Ramayan) में मंथरा जैसा किरदार निभाने के बाद ललिता पवार ने घर -घर में पहचान हासिल कर ली थी. ललिता पवार की हिट फिल्मों में 'अनाड़ी,' 'मिस्टर एंड मिसेज 55,' परछाईं फिल्में शामिल है. बता दें, 9 साल की उम्र से ही ललिता पवार ने बॉलीवुड में कदम रख लिया था और अपनी पहली फिल्म राजा हरिशचंद्र से डेब्यू किया. आज उनके जन्मदिन पर हम उनकी जिंदगी से जुड़े पर्सनल किस्से शेयर करते हैं.
ललिता पवार ने अपनी जिंदगी में कई उतार -चढ़ाव देखे, उन्होंने भले ही 700 से ज्यादा फिल्में की. लेकिन उनको असली लोकप्रियता उनकी रामायण में मंथरा के किरदार से मिली थी. वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे , जो ललिता पवार से नफरत करने लगे थे. ललिता पवार ने रामायण में महारानी कैकयी का रोल प्ले किया था, जिस वजह से उनसे लोग नफरत करने लगे थे. लेकिन ललिता पर इसका कोई असर नहीं पड़ा, बल्कि वो खुश थीं, कि उन्हें वो सीरियल में असली मंथरा लगी इसका मतलब उन्होंने अच्छा रोल प्ले किया.
'जंग- ए आजादी' के सीन ने बदली किस्मत
ललिता पवार फिल्मों में लीड एक्ट्रेस के तौर पर काम करना चाहती थीं, लेकिन उनके साथ एक फिल्म की शूटिंग के दौरान एक हादसा हो गया. जिसका गहरा असर उनकी आंख पर पड़ा. दरअसल 1942 में फिल्म 'जंग- ए आजादी' के दौरान को स्टार ने उनको थप्पड़ मारा था. जी हां फिल्म में भगवान दादा लीड रोल प्ले कर रहे थे, और फिल्म में एक सीन था जहां भगवान दादा को ललिता पवार को थप्पड़ मारना था, लेकिन बदकिस्मती से उनका ये थप्पड़ ललिता की आंख पर लगा जिस वजह से उनकी आंख की नस फट गई और वो इस वजह से पूरी जिंदगी दाहिनी आंख को पूरा नहीं खोल पाई.
वहीं ललिाता पवार ने कई अवॉर्ड भी अपने नाम किए हैं. उनके पास 70 साल से अधिक के सबसे लंबे अभिनय करियर का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है. उन्हें 1961 में भारतीय सिनेमा की पहली महिला के रूप में भारत सरकार द्वारा भी सम्मानित किया गया था.
बहन का पति के साथ था अफेयर
वहीं एक्ट्रेस के वैवाहिक जीवन की अगर बात करें तो उन्होंने दो शादियां की हैं. पहली शादी के कुछ दिन बाद उन्हें पता चला कि उनकी छोटी बहन का उनके पति के साथ अफेयर है. जिस वजह से उनकी पहली शादी टूट गई और उन्होंने दूसरी शादी कर ली. वहीं आपको बता दें मुंह के कैंसर के चलते ललिता पवार ने 24 फरवरी 1988 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. जिस समय उनकी मौत हुई वो अपने बंगले में अकेलीं थी, उनके पति को भी तीन बाद उनकी मौत की खबर मिली थी.