सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का आज 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन से हिंदी सिनेमाजगत समेत देशभर में शोक का माहौल है. लता दीदी बीते की दिनों से अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही थीं. लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) कोरोना से संक्रमित पाई गई थीं जिसके बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच केंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी हालत में सुधार भी था मगर आज अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद वो इस दुनिया को अलविदा कह गईं.
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लता मंगेशकर के निधन पर राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सभी गम में हैं और सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर सुर साम्राज्ञी को भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं. बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने लता मंगेशकर को याद करते हुए लिखा, 'मेरी आवाज ही पहचान हैं, गर याद रहे... और ऐसी आवाज को कोई कैसे भूल सकता है! लता मंगेशकर जी के निधन से गहरा दुख हुआ, मेरी संवेदना और प्रार्थना. शांति..'
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की आवाज के दीवाने ना सिर्फ उनके जमाने के बल्कि इस जमाने के लोग भी हैं. महज 13 साल की उम्र में लता मंगेशकर ने अपने करियर की शुरुआत साल 1942 में की थी और उन्होंने 30 हजार से भी ज्यादा गाने गाए हैं. सिर्फ हिंदी ही नहीं, लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने और भी कई भाषाओं में गाने गाए हैं.
लता मंगेशकर को पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड जैसे कई बड़े अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. हिंदीं सिनेमा में दिलों पर राज करने वाली दिग्गज गायिका लता मंगेशकर को साल 2001 में 'भारत रत्न' से भी नवाजा जा चुका है. 16 दिसंबर 1941 को लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने रेडियो पर पहली बार गाना गाया था. जिसके 80 साल पूरे होने पर एक ट्वीट भी किया था. लता दीदी (Lata Mangeshkar) के यादगार गानों को हर पीड़ी ने सराहा है. आज भले ही वह इस दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं मगर लोग उन्हें हमेशा याद करते रहेंगे.
Source : News Nation Bureau