म्यूजिक इंडस्ट्री में लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के परिवार ने अहम भूमिका निभाई है. इनके परिवार ने फिल्मों में गाने का ऐसा मेल दिया, जिससे हर कलाकार अपनी फिल्मों में इनसे ही गाने की चाहत रखने लगा. लता मंगेशकर ने मानों म्यूजिक इंडस्ट्री में अपना आधिपत्य ही स्थापित कर दिया हो. उनके गानों के प्रति लोगों का अलग ही क्रेज है. भले ही लता दीदी इस दुनिया में नहीं है, लेकिन लोग उनके गाने को बड़े ही चाव से सुनते हैं. उनकी आवाज में जो बात है वो किसी और की आवाज में दिखता ही नहीं है. वहीं बिते दिन लता जी के पिता दीनानाथ मंगेशकर पुण्यतिथि थी. आज आपको लता दीदी के पिता के कुछ अनसुने किस्से से आपको रूबरू करवाते हैं.
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आपको बता दें, दीनानाथ मंगेशकर (Dinanath Mangeshkar) एक शानदार गायक और जानदार एक्टर थे. उन्होंने दो शादियां की थीं. उनकी पहली शादी गुजरात की रहने वाली नर्मदाबेन से हुई थी. नर्मदाबेन के पिता हरिदास गुजरात के प्रसिद्ध जमींदार थे. दीनानाथ मराठी थे और उन दिनों एक मराठी और एक गुजराती परिवार में शादी होना बहुत बड़ी बात थी. नर्मदाबेन का शादी के कुछ समय बाद निधन हो गया था, जिसके बाद दीनानाथ ने साल 1927 में उनकी ही छोटी बहन सेवंतीबेन से शादी कर ली. शादी के बाद सेवंतीबेन का नाम बदलकर सुधामती हो गया. दोनों के पांच बच्चे हुए, जो लता, मीना, आशा, ऊषा और एक बेटा हृदयनाथ हैं. जब लता मंगेशकर मात्र 13 साल की थीं तब उनके पिता का निधन हो गया था. उसके बाद लता जी ने जो अपना रूतबा बनाया वो जगजाहिर है. उनके जाने के बाद भी लोग उन्हें भूल नहीं पा रहे हैं. आज भी लता जी सभी के दिल में जिंदा हैं.