'नाम गुम जाएगा चेहरा ये बदल जाएगा...' जैसे हजारों सदाबहार गानों को देने वालीं स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के जीवन से सीखने लायक आपको बहुत कुछ मिल जाएगा. लता मंगेशकर को सिर्फ गाने का ही शौक नहीं था बल्कि इसके अलावा को खाना बनाना, क्रिकेट देखना, फिल्में देखना और फोटोग्राफी करना ये सब भी पसंद करती थीं. लेकिन अगर आपको कहा जाए कि लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ही असली सेल्फी क्वीन थीं तो आप हैरान हो जाएंगे. लेकिन ये सच है. दरअसल, उनका सोशल मीडिया अकाउंट खंगालने पर हमें जो मिला उसे देखकर आप भी कह उठेंगे कि लता दीदी ही असली सेल्फी क्वीन थीं.
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लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के ट्विटर अकाउंट से हमे जो मिला है उसे देखकर आपके मन में ऐसे भी सवाल उठ सकते हैं कि क्या स्वर कोकिला लता मंगेशकर भारत में सेल्फी लेने वाली पहली महिला थीं और क्या लता मंगेशकर ने ही भारत में सेल्फी की शुरुआत की थी? दरअसल, साल 2018 में 'वर्ल्ड फोटोग्राफी डे' के दिन लता मंगेशकर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक के बाद एक 2 ट्वीट किए थे जिसमें उन्होंने अपनी ब्लैक एंड व्हाइट 2 तस्वीरें शेयर की थीं. पहले ट्वीट में तस्वीर के साथ लता दीदी ने लिखा था, 'नमस्कार, आपके साथ में अपने खुद से क्लिक की गई तस्वीर शेयर कर रही हूं जो मैंने 1950 में खींची थी. आज इसे 'सेल्फी' के नाम से जाना जाता है.'
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वहीं अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लोगों को 'वर्ल्ड फोटोग्राफी डे' की बधाई दी थी जिसके साथ शेयर की गई तस्वीर में वो कैमरे के साथ नजर आ रही हैं. लता मंगेशकर के साल 2018 के इस ट्वीट और तस्वीर को देखकर लगता है कि वो भारत की पहली महिला ही होंगी जिसने 1950 में सेल्फी क्लिक की. जिसके लिए उन्हें सेल्फी क्वीन तो कहा ही जा सकता है. आज लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) भले ही इस दुनिया में नहीं हैं मगर उनके द्वारा गाए हुए गानों के जरिए वो हमेशा अमर रहेंगी. मध्य प्रदेश के इंदौर में जन्मीं लता मंगेशकर ने 6 फरवरी 2022 को इस दुनिया को अलविदा कहा.