Advertisment

सोशल मीडिया पर निगेटिव प्रतिक्रियाओं से आहत है गीतकार संतोष आनंद, कही ये बात

संतोष आनंद (Santosh Anand) ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से लाइब्रेरी साइंस की पढ़ाई की, फिर दिल्ली में लाइब्रेरियन के तौर पर काम शुरू कर दिया था

author-image
Akanksha Tiwari
New Update
santosh anand

सोशल मीडिया पर निगेटिव प्रतिक्रियाओं से आहत है गीतकार संतोष आनंद( Photo Credit : फोटो- @09dec2000 Instagram)

Advertisment

'एक प्यार का नगमा है' जैसे अमर गीत देने देने वाले मशहूर गीतकार संतोष आनंद (Santosh Anand) 'इंडियन आइडल 12'(Indian Idol 12)  शो के बाद सोशल मीडिया पर चल रही कुछ निगेटिव प्रतिक्रियाओं से आहत है. गीतकार संतोष आनंद (Santosh Anand) का कहना है, 'मैं मेहनत का पैसा लेता है. कोरोना काल से पहले कवि सम्म्मेलनों में व्यस्त था. अभी फिर व्यस्त हो जाऊंगा. मुझे कमी कहाँ है. मुझे इंडियन आइडल 12 ने ससम्मान बुलाया और प्रोग्राम में बहुत इज्ज़त दी. मैं नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) और इडियन आइडल का आभारी हूँ, उन्होंने मुझे इतना प्यार दिया. मैं तो अभिभूत हूँ.

यह भी पढ़ें: फिल्म 'Roohi' का नया सॉन्ग 'पनघट' रिलीज, देखें Video

 
 
 
 
 
View this post on Instagram
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Sony Entertainment Television (@sonytvofficial)

संतोष आनंद (Santosh Anand) ने नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) के बारे में बात करते हुए कहा,  'नेहा ने एक सम्मान के तौर पर 5 लाख रुपये देने की बात कहीं. मैंने  ये कहते हुए मना कर दिया कि मैं स्वाभिमानी इंसान हूँ. पर जब उन्होंने मुझे अपनी पोती की तरह बताया तो मैंने स्वीकार कर लिया. मैं  तो जनता के दिल में हूँ. जनता के प्यार ने ही मुझे जिंदा रखा है. दो चार छूटभैय्ये, कुकरमुत्ते टाइप के लोग है, जो बेफिजूल की बात कह रहे है.'

यह भी पढ़ें: फेमस शो 'मन की आवाज प्रतिज्ञा' की हो रही वापसी, जानिए कब से होगा प्रसारण

मशहूर गीतकार संतोष आनंद (Santosh Anand) ने आगे कहा, 'कुछ लोग छीक भी आती है तो उसमें पॉजिटिव और नेगेटिव खोजने लगते है. ऐसे लोग को इग्नोर करना ही ठीक है. जिंदादिली को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिसने जन्म लिया है, मृत्यु निश्चित  है. लेकिन ज़िंदगी जीने के लिए मिली है. उसको यूँ खत्म नहीं करना चाहिए. जीवन भरपूर जीने की चीज है, नष्ट करने की नहीं. बातचीत के आखिर में संतोष आनंद (Santosh Anand) ने अपना लिखा गीत सुनाया कहकहों के लिए हम तो मशहूर थे, देखते-देखते गमजदा हो गए, बात कुछ भी नहीं, बात है भी बहुत, तुम जुदा हो गए, हम जुदा हो गए.

संतोष आनंद (Santosh Anand) का जन्म उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के सिकंदराबाद में हुआ था. संतोष आनंद ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से लाइब्रेरी साइंस की पढ़ाई की, फिर दिल्ली में लाइब्रेरियन के तौर पर काम शुरू कर दिया था. वह कविताएं लिखते थे, पहली बार संतोष आनंद (Santosh Anand) को फिल्म के लिए गाने लिखने का ऑफर फिल्म ‘पूरब और पश्चिम’ के लिए मिला था.

Source : News Nation Bureau

Indian idol 12 Santosh Anand
Advertisment
Advertisment