बॉलीवुड एक्ट्रेस अनन्या पांडे (Ananya Panday) फिलहाल अपनी फिल्म 'लाइगर' (Ananya Panday Liger) को लेकर सुर्खियों में हैं. जो फिलहाल पर्दे पर कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर रही है. लेकिन फिलहाल हम उनकी इस फिल्म की बात नहीं करेंगे. बल्कि आपको एक्ट्रेस की अपकमिंग फिल्म 'खो गए हम कहां' (Ananya Panday on kho gaye hum kahan) के बारे में बताएंगे. जिसमें सिद्धांत चतुर्वेदी (Ananya Panday Sidhant Chaturvedi) उनके साथ लीड रोल में हैं. इस बारे में हाल ही में अनन्या ने बात की है. इस बारे में जानकर हर कोई तरह-तरह की प्रतिक्रिया रख रहा है.
अनन्या (Ananya Panday latest statement) ने अपने बयान में कहा, “यह सब मेरी उम्र के लोगों के लिए खासतौर पर प्रासंगिक है, क्योंकि इसका सोशल मीडिया से काफी लेना-देना है. यह दोस्ती के बारे में आने वाली उम्र की कहानी है. ऐसे इमोशन्स हैं, जिनसे हम सभी गुजरते हैं." उन्होंने कहा, "कई बार आप एक सीन पढ़ते हैं और आपको लगता है कि मेरे साथ ऐसा हुआ है, ऐसा लगता है कि कोई मेरी जिंदगी के कई हिस्से कर रहा है. इस फिल्म के लिए मेरा अपना एक हिस्सा है, जिसको लेकर आप बिल्कुल रीयल महसूस करते हैं."
इसके अलावा अनन्या ने अपनी फिल्म 'गहराइयां' (Ananya Panday on gehraiyaan) पर भी बात की. जिसको लेकर उन्होंने कहा कि उस फिल्म से उन्होंने ट्रेनिंग ली, जिसे उन्होंने 'खो गए हम कहां' में इस्तेमाल किया है. एक्ट्रेस ने बताया, "जब मैंने शुरुआत की, मैं पूरी तरह से एक डायरेक्टर की एक्ट्रेस थी और मुझे निर्देशक के साथ समय बिताना पसंद था, जिस तरह से उन्होंने एक सीन के बारे में सोचा था. यह काम करने का एक शानदार तरीका था. 'गहराइयां' एक गेम चेंजर थी, क्योंकि शकुन को मुझ पर विश्वास था. जिसने मुझे एक अभिनेता के रूप में मेरी आवाज खोजने में मेरी मदद की. मैंने फिल्म से बहुत कुछ सीखा है और मुझे मुझमें फर्क नजर आता है."
अनन्या ने ये भी बताया कि वो 'लाइगर' (Ananya Panday on liger) के लिए पुरी जगन्नाथ के वीजन के साथ गई. उन्होंने कहा, “मैं पुरी सर के विजन के साथ गई, जो इतना मजबूत है. 'लाइगर' एक ऐसी फिल्म है, जहां आपको बिना किसी हिचकिचाहट या डर के मस्ती करनी है." साथ ही उन्होंने करियर के शुरुआती समय में पैन इंडिया फिल्म का हिस्सा बनने के लिए खुद को आभारी बताया. एक्ट्रेस का बयान सुनकर लोगों का कहना है कि अनन्या ने अगर इस फिल्म में मस्ती के बजाय एक्टिंग की होती, तो शायद फिल्म कुछ ठीक प्रदर्शन कर लेती.