मंदाकिनी (Mandakini) ने राज कपूर (Raj kapoor) की 1985 की फिल्म राम तेरी गंगा मैली में एक ड्रीम डेब्यू किया था, हालांकि उनकी बाद की फिल्मों ने ज्यादा नहीं चली. हाल ही में एक इंटरव्यू में, उन्होंने कहा कि उस समय महिला अभिनेताओं की फिल्म में तुरंत अदला बदली कर दी जाती थी. फिल्म निर्माता उस अभिनेता के लिए जाते थे जो कम पैसे चार्ज करेगा. मंदाकिनी ने कहा कि उन दिनों एक फीमेल एक्ट्रेस को एक फिल्म के लिए करीब 1-2 लाख रुपये मिलते थे. “जब हम फिल्मों में काम करते थे, तो उन्होंने हमें पूरी फिल्म के लिए 1-1.5 लाख रुपये दिए. वही फिल्म की कीमत थी. अधिकतम 2 लाख, उससे अधिक नहीं. नायिकाओं को इससे अधिक नहीं मिलता था.
मंदाकिनी ने इंटरव्यू में भी ये भी शेयर किया कि महिलाओं को बिना बताए भी बदल दिया जाता था. उन्होंने कहा, "उदाहरण के लिए, अगर मुझे कोई फिल्म पसंद है जो किसी ने मुझे सुनाई है, और मैं हां कहती हूं, और मैं फिल्म करने के लिए सहमत हूं. कुछ दिनों बाद अनाउंसमेंट होगी लेकिन किसी और एक्ट्रेस के साथ. तो मैं पूछती थी कि ऐसा कैसे हो गया? तब मुझे पता चला कि क्योंकि मैंने 1-1.5 लाख रुपये मांगे थे, उन्हें कोई और मिल गया जो इसे 75,000 रुपये में इस फिल्म के लिए काम कर रहा है.क्योंकि निर्माताओं को एक बेहतर सौदा मिल रहा है, वे किसी ऐसे व्यक्ति के लिए गए जाएंगे जो कम मांग रहा था.
मेल एक्टर्स के पास था कंट्रोल
मंदाकिनी ने आगे बताया, उनको बस फिल्म की एक्ट्रेस से मतलब था, हमको बस 2/3 गानें करने हैं, वो नहीं करेगी तो ये कर लेगी. जो अपने को सबसे कम में आए, उसे ले लो.उस समय डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर की सोच ऐसी ही थी. मंदाकिनी ने कहा कि लेकिन 1980 के दशक में, मेल एक्टर्स के पास इस बात पर पूरा कंट्रोल था कि उनके सामने किसे कास्ट किया जाएगा. “अक्सर वे केवल यह तय करते थे कि किसके साथ काम करना है और किसके साथ काम नहीं करना है. अगर उन्हें कोई पसंद नहीं आता था तो वे मेकर्स से कहते थे, 'इस लड़की को मत लेना.