Manoj Bajpayee On Divorce: फैमिली मैन मनोज बाजपेयी ने बॉलीवुड में तलाक पर कह दी ऐसी बात, खोल दिए कई राज

मनोज बाजपेयी इन दिनों अपनी हालिया फिल्म भैया जी को लेकर काफी वाहवाही लूट रहे हैं. फिल्म 24 मई को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है.

author-image
Kalpana Sheetal
New Update
Manoj Bajpayee On Divorce

Manoj Bajpayee On Divorce( Photo Credit : social media)

Advertisment

Manoj Bajpayee On Divorce In Bollywood: बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी हमेशा बेबाक मुद्दों पर बात करते नजर आते हैं. फिल्म, राजनीति से लेकर सामाजिक मुद्दों पर एक्टर की समझ शानदार है. नेशनल अवॉर्ड विनर एक्टर ने इंडस्ट्री में एक लंबा सफर तय किया है. वे लंबे समय से बॉलीवुड का हिस्सा हैं तो इसे बेहतर समझते हैं. उन्होंने इसे उतार-चढ़ाव से गुजरते देखा है. हाल ही में एक इंटरव्यू में, मनोज बाजपेयी ने बॉलीवुड में बढ़ रही तलाक की संख्या पर अपनी राय दी है. उन्होंने कलाकारों की टूटती शादियों पर रिएक्शन दिया है. 

पूरी इंडस्ट्री बुरे लोगों से भरी हुई नहीं है
मनोज बाजपेयी से जब इंटरव्यू में बॉलीवुड के पर्दे के पीछे की सच्चाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने खुलकर जवाब दिया. इसमें ग्रैंड पार्टियाँ, तलाक और बहुत कुछ शामिल था. इस मामले पर अपनी राय देते हुए एक्टर ने कहा हिंदी सिनेमा इंडस्ट्री बहुत छोटी है यहां विभिन्न प्रकार के लोग हैं जिन्हें नौकरियों की ज़रूरत है. उन्होंने कहा, "अगर कभी कोई व्यक्ति इंडस्ट्री के किसी कोने में गलत काम करते हुए पकड़ा जाता है, तो इससे कुछ साबित नहीं होता. मैं और मेरे दोस्त और सह-कलाकार भी इसी इंडस्ट्री से ताल्लुक रखते हैं, और मैं कह सकता हूँ कि उनमें से 95% न केवल अपनी फ़िल्मों के प्रति बल्कि अपने परिवार और प्रियजनों और अपने दोस्तों के प्रति भी बहुत भावुक और ईमानदार हैं. यहाँ-वहाँ की कुछ घटनाएँ यह साबित नहीं कर सकतीं कि पूरी इंडस्ट्री ऐसी ही है.”

मनोज बाजपेयी ने तलाक पर खुलकर बात की
इंडस्ट्री में तलाक की बढ़ती संख्या के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "अगर आप तीस हजारी कोर्ट में जाकर तलाक की दर के बारे में पूछें, तो आपको अहसास होगा कि हम आज कहां पहुंच गए हैं, जहां हर दिन रिश्ते और शादियां टूट रही हैं. हमारे समाज ने सिंगल फैमिली कॉन्सेप्ट को अपनाया है और इसके फायदे भी हैं, लेकिन इसने जो नुकसान पहुंचाया है, उसे आप अदालतों में देख सकते हैं."

बॉलीवुड भी समाज का हिस्सा है और यहां लोग खुले विचारों के हैं
मनोज बाजपेयी ने आगे कहा, "तो क्या बॉलीवुड समाज का हिस्सा नहीं है? जो लोग एक ही समाज से ताल्लुक रखते हैं, वे इंडस्ट्री का हिस्सा हैं, जब लोग एक ही समाज से ताल्लुक रखते हैं, तो क्या यह स्पष्ट नहीं है कि समाज में होने वाला बदलाव इंडस्ट्री में भी दिखाई देगा? पहले इसी इंडस्ट्री में इतने तलाक नहीं होते थे, जितने आज हैं, लेकिन अपने व्यवहार में इंडस्ट्री बहुत खुले विचारों वाली है और खुद को किसी राज्य या देश से नहीं बांधती है, जो काफी अच्छी बात है."

रिजेक्ट कर दी थी भंसाली की देवदास
इसी इंटरव्यू में मनोज बाजपेयी ने खुलासा किया कि उन्होंने संजय लीला भंसाली की देवदास रिजेक्ट कर दी थी. इसका उन्हें अफसोस हैं क्योंकि फिल्म काफी हिट हुई थी. फिल्म में उन्हें जैकी श्रॉफ का किरदार चुन्नीलाल ऑफ हुआ था लेकिन मनोज बाजपेयी लीड रोल देवदास प्ले करना चाहते थे. 

Source : News Nation Bureau

बॉलीवुड न्यूज Manoj Bajpayee मनोज बाजपेयी
Advertisment
Advertisment
Advertisment