अविश्वसनीय नायकों पर नहीं बल्कि असली महिला पुलिस पर आधारित है “मर्दानी”: रानी मुखर्जी
रानी कहती हैं कि दर्शकों ने हमेशा पर्दे पर एक साहसी पुरुष पुलिस वाले को देखा है और मर्दानी के साथ वह उसी अविश्वसनीय छवि वाले पुलिस के उस साँचे को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं.
रानी मुखर्जी अपनी फिल्म “मर्दानी” को महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के प्रति अपना गुस्सा व्यक्त करने का जरिया मानती हैं. उन्हें खुशी हैं कि इन फिल्मों से बहादुर महिला पुलिस की असल छवि पेश होगी. “मर्दानी” श्रृंखला में रानी महिला पुलिस अधिकारी शिवानी शिवाजी रॉय के मुख्य किरदार में हैं.
रानी ने बातचीत में कहा कि, “ ‘मर्दानी’ महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के खिलाफ लड़ रही एक महिला पर केंद्रित है. मैं इसे वास्तविक सिनेमा नहीं कहूंगी लेकिन इसमें जितना संभव हो सके उतने वास्तविक ढंग से सच्ची घटनाओं को चित्रित किया गया है.”
रानी कहती हैं कि दर्शकों ने हमेशा पर्दे पर एक साहसी पुरुष पुलिस वाले को देखा है और “मर्दानी” के साथ वह उसी अविश्वसनीय छवि वाले पुलिस के उस साँचे को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं.
रानी ने कहा, “महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों ने हमेशा से उन्हें विचलित किया है. 2012 के निर्भया कांड के बाद मुझे महिला सुरक्षा जैसे सामाजिक मुद्दे के बारे में बात करने और कुछ करने की जरुरत महसूस हुई. उस घटना के प्रति हमारे गुस्से की उपज थी प्रदीप सरकार द्वारा निर्देशित 2014 में आयी “मर्दानी”.”
“मर्दानी 2” की रिलीज़ के लिए तैयार रानी का मानना है कि एक कलाकार के रूप में अपनी पीड़ा व्यक्त करने का सबसे अच्छा माध्यम सिनेमा है. रानी ने कहा, “ फिल्म ‘मर्दानी 2’ की कहानी एक सीरियल बलात्कारी के बारे में है . यह हमें जागरुक करने की कोशिश करती है क्योंकि खतरे का नाम, पहचान या शक्ल नहीं होती है.अपराधी मासूम दिख सकता है, उसकी उम्र 18 वर्ष से कम हो सकती है लेकिन फिर भी वह अपराधी ही है.” यशराज फिल्म्स द्वारा निर्मित और गोपी पुथरान के निर्देशन में बनी फिल्म “मर्दानी 2” 13 दिसंबर को दर्शकों के सामने आएगी.