'द फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज' (FWICE) ने सोमवार को कहा कि वह अभिनेता आलोक नाथ और अभिनेता-निर्देशक साजिद खान को कारण बताओ नोटिस जारी करेगा। दोनों पर 'मी टू' अभियान (#MeToo) के तहत यौन उत्पीड़न का आरोप है।
एफडब्ल्यूआईसीई ने एक बयान में कहा कि आलोक नाथ को कारण बताओ नोटिस भेजा जाएगा, क्योंकि संस्था से संबद्ध भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन निर्देशक संघ (आईएफटीडीए) ने उनके जवाब को संतोषजनक नहीं पाया है।
वहीं, साजिद ने आईएफटीडीए के पत्र का जवाब नहीं दिया है। आईएफटीडीए ने फिल्म जगत की कई महिला सदस्यों द्वारा यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ का आरोप लगाए जाने के बाद दोनों को नोटिस भेजा था।
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बयान के मुताबिक, आईएफटीडीए के साथ-साथ एफडब्ल्यूआईसीई भी पूरी मजबूती के साथ लैंगिक पहचान की परवाह किए बिना यौन उत्पीड़न पीड़ितों का समर्थन करता है।
आईएफटीडीए के सदस्यों और एफडब्ल्यूआईसीई के शीर्ष अधिकारियों के बीच बैठक के बाद यह फैसला लिया गया।
विशाखा दिशा-निर्देश के तहत प्रत्येक प्रोडक्शन हाउस के लिए एक अलग स्पेशल र्रिडेसल कमेटी गठित करना अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि उनकी परियोजना (फिल्म-नाटक) के दौरान इस तरह की घटनाओं पर बारीकी से नजर रखी जा सके।
यह समिति पीड़िताओं को सशक्त बनाएगी ताकि वे इस मुद्दे पर खुलकर बोलें और इस तरह की घटनाओं का पूर्ण रूप से फिल्म जगत से सफाया करने में मदद मिले।
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बयान में कहा गया, 'समिति पीड़िताओं को मामले को आगे बढ़ना में पूरा समर्थन करेगी और मामले में उन्हें न्याय मिलने तक सभी प्रकार का कानूनी मार्गदर्शन और मदद मुहैया कराएगी।'
Source : IANS