प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने तमिल फिल्म 'मर्सेल' के निर्माताओं को अपने विचारों को स्वतंत्रतापूर्वक अभिव्यक्त करने की अनुमति देने के लिए सेंसर बोर्ड की सराहना की है।
बता दें कि यह फिल्म सरकार के जीएसटी और डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं पर आलोचनात्मक टिप्पणियों के कारण सुर्खियों में है।
फिल्म रिलीज होने के बाद इसके निर्माताओं को बीजेपी की तमिलनाडु इकाई के कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है, उसने कुछ खास संवादों को फिल्म से हटाने की मांग की है।
प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सिद्धार्थ राय कपूर ने कहा, 'हम 'मर्सेल' के फिल्म निर्माताओं की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्ष में खड़े होने के लिए सीबीएफसी (केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड) की सराहना करते हैं, जिसने फिल्म के कुछ किरदारों को वर्तमान मुद्दों पर धारा के विपरीत बोलने की अनुमति दी।'
उन्होंने कहा, 'यह ऐसे समय पर है, जब हम कलाकारों को अपने काम के जरिए विविध विचारों को अभिव्यक्त करने के अधिकारों का समर्थन कर रहे हैं, जिसके जरिए हम सर्वश्रेष्ठ तरीके से दिखाते हैं कि एक देश के रूप में हम क्या हैं।'
सिद्धार्थ ने कहा, 'हम संबंधित प्राधिकारियों से अब अपेक्षा करते हैं कि नियमों का पालन कर जारी की गई इस फिल्म में बदलाव के लिए निर्माताओं को बाध्य करने वाले किसी भी प्रयास से सख्ती से निपटा जाए और इसे बिना किसी बाधा के दिखाया जाए।'
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HIGHLIGHTS
- फिल्म सरकार के जीएसटी और डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं पर आलोचनात्मक टिप्पणियों के कारण सुर्खियों में है
- फिल्म के निर्माताओं को बीजेपी की तमिलनाडु इकाई के कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है
Source : IANS