आमिर खान (Aamir Khan) की फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' (Laal Singh Chaddha) को भले ही काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन फिर भी अगर आपने ये फिल्म देखी होगी, तो आपको याद होगा कि कई बार लाल की मां उसे दंगों में बाहर जाने से बचाने के लिए मलेरिया का बहाना बनाती है. ये सीन कई बार देखने को मिलता है. यहां तक कि बड़े हो जाने पर भी लाल सिंह चड्ढा को दंगे (riots) का समय मलेरिया (Laal Singh Chaddha malaria dialogue) का संक्रमण ही लगता है. ऐसे में यूं दंगों को मलेरिया बताया जाना भी लोगों को नहीं पसंद आया. जिसका भी काफी विरोध किया गया. इस बीच हाल ही में फिल्म में आमिर की मां का किरदार निभाने वाली मोनी सिंह (Laal Singh Chaddha Mona Singh) का रिएक्शन आया है. जिस बारे में हम आपको बताने वाले हैं.
उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में गुरप्रीत कौर चड्ढा की भूमिका निभाने के बारे में की. जिसमें मोना (Mona Singh interview) ने कहा, “जब मुझे इस रोल के लिए ऑडिशन देने के लिए कहा गया, तो मैंने अपने मरने वाले दृश्य और अपने मुख्य सीन का ऑडिशन दिया. मेरे ऑडिशन के तीन दिन बाद, मुझे तुरंत आमिर सर का और अद्वैत का फोन आया. मैं आपको बता नहीं सकती कि वे मेरे ऑडिशन से कितने खुश थे, वे बस अगले दिन मुझसे मिलना चाहते थे और मुझे फिल्म की कहानी सुनाना चाहते थे. मुझे स्क्रिप्ट पसंद आई, यह इतनी भारतीयकृत और खूबसूरती से लिखी गई थी. मैंने सोचा कि अपनी उम्र के हिसाब से यह भूमिका निभाना मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी. मैं एक मां नहीं हूं और मैं उतनी बूढ़ी भी नहीं हूं, इसलिए मेरे लिए एक एक्टर के तौर पर 22 से 60 तक के पूरे जीवन काल को चित्रित करना बहुत चुनौतीपूर्ण था.”
वहीं, जब मोना से फिल्म में गुरप्रीत कौर चड्ढा द्वारा लाल को दंगों के बीच बाहर न जाने के लिए मलेरिया का बहाना बनाने पर सवाल किया गया. जिस पर काफी बवाल भी मचा हुआ है. जिस पर उन्होंने (Mona Singh latest statement) कहा, "मुझे लगता है कि जिन लोगों ने इस 'लाइन' के साथ एक मुद्दा उठाया है, उन्होंने निश्चित रूप से फिल्म नहीं देखी है. जिस तरह का मेरा बेटा है, लाल, वह एक धीमा लड़का है और चीजों को तभी समझता है, जब मैं उसे अच्छी तरह समझाती हूं. उस उम्र में आप एक बच्चे को यह नहीं बता सकते कि दंगे हो रहे हैं और लोग एक-दूसरे को मार रहे हैं. सबसे अच्छा उपाय क्या है - जिस तरह से एक मां इतनी बड़ी बात को इतने सुंदर तरीके से समझा सकती है, 'देश में मलेरिया फैला हुआ है'. वह सीन इस बात पर जोर देता है कि यह घर से बाहर निकलने का सही समय नहीं है."