बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ( Kangana Ranaut ) के आजादी से जुड़े विवादित बयान पर अभिनेता मुकेश खन्ना (Mukesh Khanna) ने टिप्पणी की है. मुकेश खन्ना ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए कंगना को खरी-खरी सुनाई है. मुकेश खन्ना ने अभिनी कंगना रनौत के इस बयान को काफी हास्यासपद और बचकाना बताया है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ये पद्म अवॉर्ड का साइड इफ़ेक्ट भी हो सकता है. मुकेश खन्ना यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे लिखा, "सबको पता है कि हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आज़ाद हुआ था. अब इसको अलग जामा पहनाने का प्रयास भी किसी मूर्खता से कम नहीं.
आपको बता दें कि पिछले दिनों कंगना रनौत ने आजादी को भीख में मिलने वाली बात कही थी, जिसके बाद वह अचानक कई राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गई थीं. दरअसल , एक निजी चैनल के कार्यक्रम में बोलते हुए फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने 1947 में मिली आजादी की तुलना भीख से करते हुए कहा था कि 1947 में मिली आजादी , आजादी नहीं भीख थी और असली आजादी तो 2014 में मिली है. आपको बता दें कि 2014 में ही भाजपा ने केंद्र में सरकार बनाई थी. हाल ही में कंगना रनौत को देश के प्रतिष्ठित अवार्ड पद्मश्री से सम्मानित किया गया है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कंगना रनौत का यह बयान भारत की अखंडता, संप्रभुता और गौरवशाली इतिहास पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है. नेताओं ने रनौत के बयान को लेकर न्यायलय और देश की संवैधानिक संस्थाओं से भी ऐसी बयानबाजी के ऊपर संज्ञान लेने कस अनुरोध किया और बयान देने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
Source : News Nation Bureau